बिहार के बगहा में घमासान: महावीरी जुलूस के दौरान आपस में भिड़े दो पक्ष,
महावीरी जुलूस को रोकने को लेकर दो पक्षों में विवाद और पथराव हुआ।
नाग पंचमी पर सोमवार की दोपहर महावीरी जुलूस को रोकने को लेकर दो पक्षों में विवाद और पथराव हुआ। इससे चार पुलिसकर्मियों समेत एक दर्जन लोग जख्मी हो गए। इनमें एक की स्थिति गंभीर बताई जा रही। सभी का इलाज अनुमंडलीय अस्पताल में चल रहा है।
इलाके में भारी पुलिसकर्मियों की तैनाती
डीएम दिनेश कुमार राय के नेतृत्व में अधिकारियों की टीम मौके पर कैंप कर रही है। डीएम ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है। दोषियों को चिह्नित कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रभारी एसपी अशोक चौधरी (पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय) ने बताया कि रतनमाला में स्थिति नियंत्रण में है। भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई है।
आगजनी के साथ की गई तोड़फोड़
बताया जा रहा कि महावीरी अखाड़ा समिति की ओर से महावीरी जुलूस निकाला जा रहा था। जुलूस में शामिल लोगों का कहना है कि रतनमाला में दूसरे पक्ष के लोगों ने इसका विरोध किया।
इसके बाद माहौल बिगड़ गया और पथराव शुरू हो गया। आगजनी के साथ दुकानों व बाइक में तोड़फोड़ की गई। पथराव के बाद बगहा-बेतिया मुख्य मार्ग पर दोपहर तीन बजे से शाम सात बजे तक आवागमन बंद रहा।
पथराव में 12 लोग हुए जख्मी
दुकानों के शटर गिर गए और सड़कें सूनी हो गईं। सात बजे से आवागमन बहाल करा दिया गया। पथराव में बिहार पुलिस के सिपाही हरीश राम, धर्मेंद्र, वीरेंद्र मिश्र, होमगार्ड नगीना यादव, मीडियाकर्मी मुन्ना राज के अलावा दीनदयाल नगर निवासी भगवान चौधरी, बनकटवा निवासी गोलू कुमार, रतनमाला निवासी पहवारी प्रसाद, राधेश्याम मांझी, बगहा निवासी आयुष कुमार समेत करीब 12 लोग जख्मी हो गए।अस्पताल के प्रभारी उपाध्यक्ष डा . केबीएन सिंह ने बताया कि दीनदयाल नगर निवासी भगवान चौधरी की स्थिति गंभीर है। अन्य सभी घायलों की स्थिति सामान्य है। समाचार लिखे जाने तक बगहा एक पुलिस छावनी में तब्दील है।