ईरान और इजरायल में एक बार फिर विवाद गहरा महायुद्ध की आहट
ईरान और इजरायल में एक बार फिर विवाद गहरा महायुद्ध की आहट
ईरान और इजरायल में एक बार फिर विवाद गहरा गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि दमिश्क में ईरान के दूतावास पर इजरायल के हमले के बाद ईरान किसी भी समय कोई बड़ा कदम उठा सकता है। ईरान और इजरायल के बीच ये संघर्ष हाल ही का नहीं है इसका एक अलग इतिहास रहा है।
ईरान और इजरायल में दुश्मनी काफी पुरानी है। इजरायल के अस्तित्व को ईरान स्वीकार नहीं करता है। ईरान का कहना है कि इजरायल ने मुस्लिमों की जमीन को कब्जाया हुआ है। वहीं, इजरायल भी ईरान को अपने खतरे के रूप में देखता है। ईरान और इजरायल हमास युद्ध के दौरान भी कई बार आमने-सामने आए हैं।
ईरान और इजरायल के बीच जब भी विवाद गहराता है, उसका कारण सीरिया ही होता है। दरअसल, साल 2011 से सीरिया में जंग की स्थिति है और ईरान वहां की सरकार की मदद करता रहा है। सीरिया की बशर अल असद सरकार की ईरान मदद करता रहा है।
इजरायल का कहना है कि ईरान ने कई मिसाइलों को सीरिया में भेजा है। इजरायल ने कई बार कहा कि सीरिया में ईरान अपने सैनिक अड्डे बना रहा है और वो उसे ऐसा करने नहीं देगा।
इजरायल को इससे खतरा महसूस होता है, इसी कारण वो सीरिया पर कई बार आतंकी अड्डों को निशाना बनाते हुए हमला करता है।
ईरान ने कभी इजरायल के साथ जंग तो नहीं की, लेकिन वो ऐसे संगठनों का साथ देता रहता है जो इजरायल को निशाना बनाते रहे हैं। ईरान हमेशा से हिज्बुल्ला और फलस्तीनी आतंकी संगठनों का समर्थन करता रहा है।
ईरान के पास लंबी दूरी तक मार करने वाली कई मिसाइलें है, वहीं इजरायल भी अपनी ताकतवर सेना के लिए जाना जाता है। इजरायल के पास परमाणु हथियार भी है और अमेरिका भी उसे हमेशा समर्थन देता आया है।