प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की संयुक्त चुनावी रैली
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के विकास के लिए काम किया है। बिहार के विकास के लिए विशेष सहायता की है। बिहार आगे बढ़ रहा है। आपने बिहार के लिए जो भी किया है उसके लिए बिहार के लोग आपके प्रति श्रद्धा रखते हैं। आगे जो भी होगा न्याय के साथ विकास के लिए हम लोग काम करेंगे। माननीय प्रधानमंत्री जी के सहायता के कारण ही बिहार में विकास कार्य हुए हैं। आगे आपने मौका दिया तो हम लोग मिलकर हर वर्ग का उत्थान और हर तबके का विकास करेंगे। समस्तीपुर के लिए किए गए हर विकास कार्य के लिए हमे केंद्र सरकार से मदद मिलती रही है इसलिए आप सभी की तरफ से मैं माननीय प्रधानमंत्री जी का वंदन अभिनंदन करता हूँ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
महाकवि विद्यापति जी के मुक्ति स्थल, कर्पूरी ठाकुर जी की कर्मभूमि, गलवान घाटी में शहीद अमन कुमार सिंह की पावन भूमि पर मैं सबको प्रणाम करता हूं। ये आपका जोश आपका उत्साह साफ-साफ बता रहा है कि 10 नवंबर को नतीज़े क्या होने वाले हैं। जहां तक नजर जा रही है हर कोने में लोग हैं, विश्वास है, उमंग है और विकसित बिहार की सोच है। मैं बिहार के उज्जवल भविष्य का संकल्प देख रहा हूं, प्रथम चरण के चुनाव जो हुए उसमें पोलिटिकल पंडितों ने घोषणा की कि मतदान नहीं होगा, कम होगा, लेकिन बिहार के लोगों ने उनको गलत सिद्ध कर दिया, बिहार इसके लिए बधाई का पात्र है। पहले चरण में जो मतदान हुआ है उससे ये संदेश आया है कि NDA ने बाजी मार ली है। जनता ने आशीर्वाद बरसाया है। अंधेरे के इंतजार से जिन बहनों को मुक्ति मिली, जिन बहनों को पीने के पानी के मशक्कत से छुटकारा मिला है, जिन बहनों को धुएं की जगह उज्जवला योजना के तहत गैस मिला; वो बहनें NDA को वोट देंगी हमें जितवाएंगी। जिनको मुद्रा लोन मिल रहा है, आईआईटी, आईआईएम मिला है वो NDA को वोट कर रहे हैं। जिसके घर की ईएमआई कम हुई है, वो NDA को वोट कर रहा है। जो पहले जरूरी सुविधाओं के लिए भटक रहे थे उनको आज सुविधा मिल रही है ऐसा एक-एक परिवार NDA की जीत का आधार बना है। क्या गरीब से गरीब भी कभी सोच सकता था कि उसके पास मोबाइल फोन मिलेगा, बैंक खाता मिलेगा, लोन मिलेगा, कभी उसके खाते में भी नियमित रूप से सरकार पैसे जमा करेगी।
किसान हो, मजदूर हो, श्रमिक हो, छोटा दुकानदार हो क्या उसने कभी सोचा था कि 60 वर्ष के बाद उसे पेंशन की राशि मिलेगी? लेकिन आज सबको मिल रहा है और ये NDA सरकार ने किया है। यही वो पवित्र धरती है जिसने समस्त मानवजाति और विश्व को लोकतंत्र का पाठ पढ़ाया है, इसी पावन धरती से दुनिया में लोकतंत्र की कोपल निकली थी। जब फैसलों में जनता की सहमति होती है, तभी लोकतंत्र मजबूत होता है। ये बात आज पूरा देश औऱ हर बिहारी गर्व से मान रहा है।एक तरफ लोकतंत्र का गठबंधन और दूसरी ओर परिवार का गठबंधन। जंगलराज के युवराज को बराबर देख रहे हो, कांग्रेस का दायरा भी सिकुड़ गया है। सरदार पटेल जी ने पूरे देश को एक किया, पूरे देश के लिए काम किया, वो कांग्रेस पार्टी के थे लेकिन कांग्रेस परिवार में इतना सिकुड़ गई है कि उन्होंने उनका स्मरण भी नहीं किया।
वर्षों से इन परिवारिक पार्टियों ने क्या किया है बंगले बने लेकिन उनके बने, गाड़ियां आईं लेकिन उनकी आईं, इतनी आईं की घर भर गया। क्या नितीश कुमार का कोई परिवार वाला सरकार में है किसी पद पर है? क्या मोदी का कोई परिवार वाला कहीं है? हमारा एक ही काम है आपकी सेवा करना। परिवारवाद वाले लोगों को आपकी चिंता नहीं, आपके क्षेत्र की चिंता नहीं, उनको अपने विकास की चिंता है। NDA का एक ही नारा, सबका साथ सबका विकास। सुविधा, सम्मान और सुअवसर में किसी के भी साथ कोई भेद नहीं होना चाहिए यही तो सुशासन का लक्ष्य है, नितीश कुमार के नेतृत्व में इसी लक्ष्य के लिए NDA ने काम किया है। जब पूरा बिहार कोरोना से लड़ रहे थे तब ये लोग गायब थे? इनको सिर्फ अपने परिवार के विकास से मतलब है यही इनकी सोच है और यही इनकी ट्रेनिंग भी है। इन लोगों को गरीब सिर्फ चुनाव के समय याद आते हैं चुनाव आते हीं ये लोग माला ले लेते हैं और गरीब-गरीब-गरीब जपना चालू कर देते हैं। क्या जंगलराज के पोषक विकास के बारे में सोच सकते हैं? जिनका उद्योग ही अपहरण और फ़िरौती का रहा है वे निवेश और उद्यम के बारे में सोच सकता है क्या? जंगलराज के युवराज बिहार में उचित माहौल का विश्वास दे सकते हैं क्या? क्या वो निवेश का माहौल बना सकते हैं?