जिले में छठ पूजा के बाद फिर शुरू होगा सास-बहू सम्मेलन
- बेटे-बेटियों का फर्क होगा दूर, छोटा परिवार, खुशहाल परिवार को मिलेगा बल
- एक साथ सास-बहू को किया जाएगा जागरूक,
लखीसराय, 13 नवंबर।
लखीसराय जिले में छठ पूजा के समापन के बाद फिर से सास-बहू सम्मेलन कार्यक्रम शुरू होगा। इसके माध्यम से सरकार द्वारा चलाये जा रहे परिवार नियोजन कार्यक्रम को बल मिलेगा और जनसंख्या स्थिरीकरण का उद्देश्य सफल होगा। कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा आवश्यक कवायद शुरू कर दी गई है। इस कार्यक्रम का आयोजन पीएचसी स्तर पर किया जाएगा।
- परिवार नियोजन के लिए सास-बहू का आपसी सामंजस्य महत्वपूर्ण : –
जिला मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने बताया इस कार्यक्रम का मुख्य उदेश्य यह है कि सास-बहु को एकसाथ परिवार नियोजन के लिए प्रेरित और जागरूक किया जा सके। दरअसल सामाजिक व्यवस्था में परिवार का बड़ा महत्व है। खासकर घर की सबसे बड़ी व बुजुर्ग महिला का। शायद, यही वजह होगा कि बहू का निर्णय कहीं न कहीं सास की विचारधाराओं से प्रभावित रहता है। परिवार नियोजन के लिए सास-बहू का आपसी सामंजस्य महत्वपूर्ण है। इसके कारण सास और बहू को एकसाथ जागरूक किया जाएगा। - ग्रामीण महिलाओं तक अभियान का उद्देश्य पहुँचाने के लिए पीएचसी स्तर पर भी होगा कार्यक्रम :-
डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि सास-बहू सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन जिला से लेकर पीएचसी स्तर पर भी होगा। ताकि इस अभियान के उद्देश्य से हर महिला अवगत हो सके । पीएचसी स्तर कार्यक्रम पर आयोजन करने का दूसरा उद्देश्य यह भी है कि ग्रामीण क्षेत्र में भी सभी महिला तक कार्यक्रम का उद्देश्य पहुँचाया जा सके। - छोटा परिवार, खुशहाल परिवार का दिया जाएगा संदेश : –
डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि सास-बहू सम्मेलन कार्यक्रम के माध्यम से खासकर ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को छोटा परिवार, खुशहाल परिवार का संदेश दिया जाएगा। दरअसल, आज भी देखा जा रहा है कि लोग परिवार नियोजन को उचित नहीं मानते हैं। खासकर पुराने ख्यालात के लोग तो इसे किसी भी दृष्टिकोण से सही नहीं मानते हैं। जो कि महज एक अवधारणा है और यह अवधारणा वर्षों से चली आ रही है। उक्त कार्यक्रम से ना सिर्फ लोग परिवार नियोजन के लिए जागरूक होंगे, बल्कि वर्षों से चली आ रही बेटे – बेटियों में फर्क की अवधारणा भी दूर होगी। इसके लिए बच्चे दो ही अच्छे स्लोगन के माध्यम से सास-बहू को एकसाथ जागरूक किया जाएगा और छोटा परिवार के महत्व की जानकारी दी जाएगी। - सही उम्र में शादी और शादी के दो वर्ष बाद ही हो पहला बच्चा : –
डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि सास-बहू सम्मेलन कार्यक्रम के तहत लोगों को यह भी जानकारी दी जाएगी कि बच्चे की शादी सही उम्र पर ही करें। शादी के कम से कम दो साल बाद ही पहला बच्चा हो और दूसरे बच्चे में कम से कम तीन साल का अंतर हो। इससे ना सिर्फ जनसंख्या स्थिरीकरण सफल होगा, बल्कि माँ और बच्चे दोनों स्वस्थ भी रहेंगे। स्वस्थ माँ से ही मजबूत बच्चा संभव है। - उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागी को मिलेगा पुरस्कार :-
डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि सास-बहू सम्मेलन कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागी को स्वास्थ्य विभाग द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा। जिसमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार से पुरस्कृत किया जाएगा। - इन मानकों का पालन कर कोविड-19 से रहें दूर : –
- व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें।
- बार-बार हाथ धोने की आदत डालें।
- साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
- छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढकें ।
- उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके।
- आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें।
- मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें।
- किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों।
- कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें।
- बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें।