Seema Haider: क्या भारत में चुनाव लड़ सकती है सीमा हैदर, कैसे मिलेगी भारत की नागरिकता? जानें सबकुछ
Seema Haider
सीमा हैदर ने राष्ट्रपति को भी पत्र लिखकर देश की नागरिकता देने की गुहार लगाई है।
सीमा ने यह भी कहा है कि वह पाकिस्तान वापस नहीं जाना चाहती और सचिन के साथ रहना चाहती है। उन्होंने हिंदू धर्म अपनाने का भी दावा किया है। तो आइए इस लेख के माध्यम से जानते है कि सीमा हैदर को भारत की नागरिकता कैसे मिल सकती है?सीमा…सीमा…सीमा। पाकिस्तान से PUBG खिलाड़ी सीमा हैदर जबसे बॉर्डर पार कर भारत आई है, तबसे भारतीय मीडिया में छाई हुई है। हर तरफ सचिन और सीमा के प्यार की कहानी चल रही है। आलम यह है कि भारत में सीमा की लोकप्रियता देखते हुए और उसके बारे में जानने की उत्सुकता की वजह से कोई उसे फिल्मों में काम करने का न्योता दे रहा है तो कोई उसे नौकरी। देने वालों की अचानक से होड़ लग चुकी है। हद तो तब हो गई जब मामले से संदेह का पर्दा हटा भी नहीं और उससे पहले ही भारतीय राजनीति में कदम रखने तक का न्योता देश की भाभी कही जाने वाली ‘सीमा हैदर’ की झोली में आ चुका है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रामदास अठावले की पार्टी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) की तरफ से सीमा को चुनाव लड़ने का ऑफर दिया गया था। हालांकि आरपीआई पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामदास अठावले ने इससे इनकार कर दिया कि उनकी पार्टी की तरफ से ऐसा कोई ऑफर सीमा हैदर को नहीं दिया गया है। अगर यह मान भी लिया जाए कि भारतीय एजेंसियों की चल रही जांच से एक बार सीमा हैदर को क्लीन चिट मिल जाएगी तो भी क्या वह किसी पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ सकती है या किसी पार्टी की प्रवक्ता बन सकती है लेकिन उससे पहले उसे भारत की नागरिकता लेना जरूरी होगा। सीमा हैदर ने राष्ट्रपति को भी पत्र लिखकर देश की नागरिकता देने की गुहार लगाई है। सीमा ने यह भी कहा है कि वह पाकिस्तान वापस नहीं जाना चाहती और सचिन के साथ रहना चाहती है। उन्होंने हिंदू धर्म अपनाने का भी दावा किया है। पाकिस्तान के सिंध प्रांत की रहने वाली 30 वर्षीय हैदर ने कहा है कि वह यहां ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा इलाके में अपने भारतीय प्रेमी सचिन मीना (22) के साथ रहने आई है और इस देश में वह किसी भी हालत में रह सकती है बस उसे यहां से जाने के लिए न कहा जाए।
कैसे मिलेगी सीमा हैदर को भारत की नागरिकता ?
- भारत की नागरिकता के लिए जो सबसे पहला नियम है वह यह है कि 26 जनवरी 1950 से 1 जुलाई 1987 के बीच जिस भी नागरिक ने भारत में जन्म लिया है वह भारत का नागरिक माना जाएगा। इस नियम को 1 जुलाई 1987 के बाद थोड़ा बदल कर ऐसा बना दिया गया कि भारत में जन्में बच्चों के लिए एक शर्त रख दिया गया कि उनके पैरेंट्स भी भारतीय होने चाहिए।
- दूसरा नियम यह कहता है कि आपका परिवार या वंश का भारत से संबंध हो तो उस हिसाब से भी भारत की नागरिकता मिल सकती है। 1 जुलाई 1987 से 2 दिसंबर 2004 के बीच पैदा हुए बच्चे जिनके मां या पिता जन्म के समय भारत के नागरिक हों। वहीं, 3 दिसंबर 2004 के बाद पैदा हुए बच्चे जिनके मां या बाप जन्म के समय भारतीय नागरिक हों और दोनों में से कोई भी अवैध घुसपैठिया न हो।
- तीसरा नियम रजिस्ट्रेशन के माध्यम से भारत की नागरिकता हासिल की जा सकती है जिसमें जो भारतीय मूल का व्यक्ति आवेदन करने के 7 साल पहले से भारत में रह रहा हो। भारतीय मूल का कोई भी व्यक्ति जो अविभाजित भारत के अलावा किसी दूसरे देश में रह रहा हो या भारतीय नागरिक से शादी करने वाला व्यक्ति बशर्ते वो आवेदन से 7 साल पहले से भारत में रह रहा हो और भारतीय नागरिकों के 18 साल से कम उम्र के बच्चे ये सभी भारत के नागरिक माने जाएंगे या ये सभी भारतीय नागरिकता के लिए योग्य है।
क्या चुनाव लड़ सकती हैं सीमा हैदर?
भारत एक ऐसा लोकतांत्रिक देश है जहां कोई भी व्यक्ति चुनाव लड़ सकता है। लेकिन इसके लिए सबसे जरूरी शर्त यही है कि उसका भारत का नागरिक होना जरूरी है। सीमा हैदर को अगर सुरक्षा एजेंसियों से क्लीन चिट मिल जाती है और उन्हें भारतीय नागरिकता प्राप्त हो जाती है तो वह किसी भी पार्टी से चुनाव लड़ सकती है और देश की कोई भी पार्टी सीमा हैदर को अपनी पार्टी का सदस्य बना सकता है। आपको मालूम हो कि जनप्रतिनिधि कानून के मुताबिक, लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए 25 साल और राज्यसभा चुनाव के लिए 35 साल उम्र होना जरूरी है।