Somvati Amavasya 2023 आज, तड़के से हरिद्वार में पवित्र डुबकी लगा रहे भक्त; गूंज रही हर-हर गंगे की जयकार
Somvati Amavasya 2023 सोमवती अमावस्या पर धर्मनगरी में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा।
भीड़ इतनी है कि हरकी पैड़ी पर तिल रखने तक की जगह नहीं है। श्रद्धालुओं की भीड़ से मालवीय दीप सहित सभी स्थल खचाखच भरे हुए दिखे। वहीं व्यवस्था बनाने में पुलिसबल मुस्तैदी से तैनात है। श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो इसके लिए पुलिसकर्मी और छह कंपनी पीएसी तैनात की गई है। Somvati Amavasya 2023: सोमवती अमावस्या पर धर्मनगरी में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। हरकी पैड़ी सहित अन्य गंगा घाटों पर हर हर गंगे के जयकारों के साथ श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया। भीड़ इतनी है कि हरकी पैड़ी पर तिल रखने तक की जगह नहीं है। वहीं व्यवस्था बनाने में पुलिसबल मुस्तैदी से तैनात है।
दूर तक भीड़ ही भीड़
हर हर गंगे, जय मां गंगे, का जयघोष और हरकी पैड़ी की तरफ बढ़ते श्रद्धालुओं के कदम, मन में बस एक ही आशा की हरकी पैड़ी पहुंचकर गंगा स्नान कर पुण्य कमाना है। यह नजारा सोमवती अमावस्या पर सोमवार भोर से शुरू हुए गंगा स्नान पर धर्मनगरी में देखने को मिला।
उत्तरी हरिद्वार के सप्तऋषि, भूपतवाला, खड़खड़ी और मध्य हरिद्वार के लालतारो पुल, पोस्ट ऑफिस और अपर रोड पर सुबह चार बजे का ऐसा नजारा था कि मानो दूर तक भीड़ ही भीड़ नजर आ रही थी।
भीमगोड़ा बैरियर से हरकी पैड़ी जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ तो सुबह पांच बजे इतनी बढ़ी की पुलिस द्वारा कांगड़ा घाट से श्रद्धालुओं को भेजा गया, जबकि हरकी पैड़ी से आने वाले ही भीमगोड़ा बैरियर से आ सके। इसके साथ ही दोपहिया वाहनों का भी प्रवेश सुबह साढ़े चार बजे भीमगोड़ा बैरियर से बन्द कर दिया गया था।
सभी स्थल खचाखच भरे
बात की जाये हरकी पैड़ी की तो श्रद्धालुओं की भीड़ से मालवीय दीप सहित सभी स्थल खचाखच भरे हुए थे। गंगा स्नान कर श्रद्धालुओं को लगातार हरकी पैड़ी क्षेत्र से बाहर भेजा जा रहा था, इसके बावजूद दिन चढ़ने के साथ भीड़ कम होने की बजाए बढ़ती जा रही थी।
वहीं भीड़ को देखते हुए पुलिस व्यवस्था पूरी तरह चाक चौबंद है। श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो इसके लिए पुलिसकर्मी और छह कंपनी पीएसी तैनात की गई है।
आज के दिन की ये है मान्यता
मान्यता है कि आज के दिन गंगा स्नान करने से परिवार में सुख समृद्धि आती है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार शिव पुराण में भी सोमवती अमावस्या का उल्लेख है।
पुराण और उपनिषदों में बताया गया है कि सोमवार के दिन सूर्य और चंद्रमा एक साथ होकर जब अमावस्या का निर्माण करते हैं तो उस दिन समस्त पितरों का ध्यान पृथ्वी लोक पर होता है।
57 साल बाद सोमवती हरियाली अमावस्या का संयोग
श्रावण मास के प्रथम कृष्ण पक्ष में आज 57 साल बाद सोमवती हरियाली अमावस्या का संयोग बना है। 1966 में 18 जुलाई को सोमवती हरियाली अमावस्या का पर्वकाल था, इस वर्ष यह 17 जुलाई पड़ा है। वैसे तो हर अमावस्या पर्व की तरह होती है, लेकिन इस साल हरियाली अमावस्या बहुत खास है। क्योंकि इस दिन तीन शुभ योग का संयोग बने हैं। हरियाली अमावस्या पर स्नान दान मुहूर्त, महत्व और शुभ योग 1966 से मिल रहा है।
यातायात प्लान लागू, आज रात 10 बजे तक रहेगी पाबंदी
सोमवती अमावस्या स्नान पर्व पर यातायात व्यवस्था सुचारू बनाए रखने के लिए पुलिस ने यातायात प्लान लागू कर दिया गया है। यातायात का दबाव बढ़ने पर डायवर्जन प्लान लागू किया जाएगा। भारी वाहनों पर रोक सोमवती अमावस्या स्नान पर्व खत्म होने पर सोमवार रात 10 बजे तक लागू रहेगी।एसपी क्राइम व यातायात रेखा यादव ने बताया कि दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की तरफ से आ रहे यात्री वाहन सीधे ही हाईवे से होते हुए पहुचेंगे। उन्हें अलकनंदा, दीनदयाल उपाध्याय, पंतद्वीप और चमगादड़ टापू पार्किंग में पार्क कराया जाएगा। यदि यातायात का दबाव अधिक होता है, तब उस स्थिति में सिंहद्वार चौक से देशरक्षक तिराहा, बूढीमाता, श्रीयंत्र पुलिया से होते हुए बैरागी कैंप पार्किंग में भेजा जाएगा।
यही नहीं रूट डायवर्ट होने की स्थिति में यात्री वाहन सीधे नहीं आ सकेंगे। बल्कि उन्हें नारसन, मंगलौर, नगलाइमरती, लक्सर, फेरूपुर, जगजीतपुर, एसएम तिराहा, शनि चौक मातृ सदन पुलिया होते हुए बैरागी कैंप पार्किंग में पार्क कराया जाएगा। इसी तरह पंजाब-हरियाणा से आ रहे यात्री वाहन मंडावर, भगवानपुर, सालियर, बिझोली चौक, नगला इमरती, कोर कालेज, बहादराबाद बाईपास, हरिलोक तिराहा, गुरुकुल कांगड़ी होते हुए हरकी पैड़ी से सटी पार्किंगों में पहुंचेंगे।दबाव अधिक होने पर उन्हें भी सिंहद्वार चौक से बैरागी कैंप पार्किंग में भेजा जाएगा। अधिक दबाव होने पर वाया लक्सर, फेरुपुर, जगजीतपुर होते हुए बैरागी कैंप पार्किंग में पार्क कराने की योजना है। बिजनौर से आ रहे यात्री वाहन चिडि़यापुर, श्यामपुर, चंडीचौक होते हुए हरकी पैड़ी बाईपास पर बनी पार्किंगों में पार्क होंगे। भारी यात्री वाहन चिडि़यापुर, श्यामपुर से डायवर्ट होकर गौरीशंकर-नीलधारा पार्किंग में पहुंचेगे।