साबिर पाक के 752 वे सालाना उर्स का आगाज
सूफ़ी संतो की नगरी पिरान कलियर में विश्व प्रसिद्ध दरगाह हज़रत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक के 752 वे सालाना उर्स का आगाज, प्रथम रस्म मेंहदी डोरी के साथ हो गया है। देर रात दरगाह सज्जादा नशीन ने अक़ीदतमन्दों के साथ मेहंदी डोरी की रस्म को अदा किया। मेहंदी डोरी की रस्म में अकीदतमंदों ने शिरकत की और देश के अमनो अमान के लिए दुआएं मांगी। मेहंदी डोरी की रस्म के दौरान भारी पुलिस बल भी मौजूद रहा। भीड़ को काबू करने और कोरोना नियमो का पालन कराने के लिए पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी।
बता दे की सूफीज्म का बड़ा मरकज दरगाह साबिर पाक के 752 वे सालाना उर्स का आगाज हो गया है। मेहंदी डोरी की रस्म में शिरकत करने के लिए दूर दराज से अक़ीदतमन्द पिरान कलियर पहुंचे। पुलिस प्रशासन की ओर से भीड़ को काबू करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया। दरगाह सज्जादा नशीन शाह मंसूर एजाज साबरी व नायब सज्जादा नशीन शाह अली ऐजाज़ साबरी ने अक़ीदतमन्दों के साथ मेहंदी डोरी की रस्म को अदा किया। सज्जादा नशीन दरगाह साबिर पाक से अपने पुराने कदीमी घर पिरान कलियर पहुंचे, वहां से मेहंदी संदल व चादर लेकर मेहंदी डोरी का जुलूस दरगाह साबिर पाक के लिए रवाना हुआ। वहीं मस्त मलंगों के बीच कव्वालों ने सूफियाना कलाम पेश किये।
सज्जादा नशीन शाह मंसूर ऐजाज़ साबरी ने साबिर पाक के दरबार में मेहंदी संदल पेश कर महन्दी डोरी की रस्म में शिरकत करने आये अक़ीदतमन्दों को प्रसाद वितरित किया। उसके बाद दरगाह प्रांगण में कुल शरीफ पढ़ा गया। क़ुल शरीफ में शाह अली मंज़र ऐजाज़ साबरी ने अक़ीदतमन्दों के लिए हाथ उठा कर देश के अमनो अमान व साबिर पाक का उर्स सकुशल सम्पन्न होने की दुआ की। साबिर पाक के उर्स में देश विदेश से जायरीन आते है, लेकिन इस बार कोविड-19 के चलते प्रशासन ने कमर कसी हुई है, जिसको लेकर कड़ी सुरक्षा के इंतेज़ाम भी किए गए है।