Uttar Pradesh: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ पीड़ितों को अपने हाथों से राहत सामग्री वितरित की
Uttar Pradesh _हमने स्वास्थ्य विभाग और अन्य संबंधित विभागों को भी इसके बारे में सतर्क कर दिया है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वर्तमान में राज्य के 21 जिलों के 721 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं जिसमें हम युद्ध स्तर पर राहत सामग्री लगातार उपलब्ध करा रहे हैं। अब तक हमने राज्य में 45,900 से अधिक सूखा राशन किट और डिग्निटी किट वितरित किए हैं। हमने जानवरों के लिए चारे की व्यवस्था भी की…हमने स्वास्थ्य विभाग और अन्य संबंधित विभागों को भी इसके बारे में सतर्क कर दिया है: कासगंज के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
कासगंज में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बाढ़ आपदा में सरकार उनके साथ है। हर पीड़ित को सहायता दी जा रही है। फसलों के नुकसान आंकलन कराकर शीघ्र ही मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने जिला प्रशासन को फसलों की क्षति होने की रिपोर्ट शीघ्र तैयार कर शासन को भेजने के निर्देश दिए हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिले में हेलीकॉप्टर से बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया।
उन्होंने बरौना गांव में भी पहले हेलीकॉप्टर से ही गंगा की धारा और कटान की स्थिति का जायजा लिया। दोपहर 12:25 बजे सीएम का हेलीकॉप्टर बरौना के ऊपर मंडराने लगा। हवाई सर्वेक्षण के बाद उनका हेलीकॉप्टर हैलीपैड पर उतरा। जहां डीएम हर्षिता माथुर, एसपी सौरभ दीक्षित ने उनकी अगुवानी की। इसके पश्चात वे कार से बरौना गांव में पहुंचे। गांव के पश्चिमी किनारे पर बने तटबंध का उन्होंने पांच मिनट तक निरीक्षण किया। इसके बाद वह बांध के नजदीक बनाए गए पंडाल में पहुंचे। यहां उन्होंने बरौना के कटान पीड़ितों को खाद्य राहत सामग्री की किट प्रदान कीं।
ये रहे मौजूद
सीएम के कार्यक्रम में सांसद राजवीर सिंह, प्रभारी मंत्री संदीप सिंह, विधान परिषद सदस्य रजनीकांत माहेश्वरी, सदर विधायक देवेंद्र राजपूत, अमांपुर विधायक हरिओम वर्मा, पूर्व विधायक ममतेश शाक्य, भाजपा जिलाध्यक्ष केपी सिंह सोलंकी, जिला पंचायत अध्यक्ष रतनेश कश्यप, भाजपा के वरिष्ठ नेता सुनील वाष्र्णेय, बौबी कश्यप, नवल कुल्श्रेष्ठ, गौरीशंकर शर्मा कौशल साहू मौजूद रहे।
सुरक्षा रही काफी सख्त
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा काफी सख्त थी। गिने चुने भाजपा नेता ही कार्यक्रम में मौजूद थे। जिस गांव में मुख्यमंत्री दौरा करने आए उस गांव के ग्रामीण भी मुख्यमंत्री को नहीं देख पाए। इस बात को लेकर ग्रामीणों के मन में आक्रोश रहा और वह अपना आक्रोश भी व्यक्त नहीं कर पाए। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर ग्रामीण काफी उत्साहित थे, लेकिन कड़े सुरक्षा प्रबंधों के कारण उन्हें मायूसी हाथ लगी।