क्या नीतीश कुमार एक बार फिर पाला बदल सकते हैं? नीतीश कुमार के फैसले का इंतज़ार।
बिहार में 5 साल बाद सीएम नीतीश कुमार एक बार फिर पाला बदल सकते हैं। आरसीपी सिंह प्रकरण के बादआज सांसदों के साथ मुख्यमंत्री आवास पर जदयू सांसदों और विधायकों की बैठक शुरू हो गई है और इस मीटिंग में भाजपा से गठबंधन तोड़ने पर फैसला लिया जा सकता है। साथ ही विधायकों को मीडिया से बात करने या मीटिंग में फोन ले जाने पर पाबंदी लगा दी गई है। अमित शाह ने सोमवार देर रात नीतीश कुमार से करीब 6 मिनट तक बातचीत की है। बातचीत क्या हुई, ये अभी सामने नहीं आया है। इसी बीच कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने कहा है कि नीतीश कुमार महागठबंधन के मुख्यमंत्री होंगे। सबकुछ तय हो गया है।आज होनेवाली इस बैठक में यदि NDA में नहीं रहने पर बात बनी तो, ये तय होगा कि अगली सरकार किसके साथ बनाई जाए। इसके बाद सभी विधायकों को पटना में अगले 72 घंटों तक रहने का निर्देश दिया जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि गठबंधन टूटने के बाद अगले गठबंधन को फ्लोर टेस्ट में जाना होगा। ऐसे में सभी विधायकों का पटना में रहना अनिवार्य है।
सूत्रों के मुताबिक अगर बिहार में NDA गठबंधन से अलग होने का नीतीश कुमार फैसला करते हैं, तो भाजपा कोटे के सभी मंत्रियों को कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया जाएगा। 2013 में भी नीतीश कुमार ने ऐसा ही किया था।