श्रद्धा का खुनी कौन, प्यार फरेब और मौत का क्या सच
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पिछले कुछ दिनों से दिल्ली के महरौली से सामने आ रहा एक नाम पूरे देश भर मे दिल दहला देना वाला मालूम हो रहा है.…… जी हां, हम बात कर रहे हैं श्रद्धा वाकर की….25 वर्षीय लड़की जो की अपना अधिकार मांग… अपने माता पिता से लड़ और अपने फैसले खुद लेने की बात रख अपने अंधे प्यार के लिए अपने घर को छोड़ आई…. आज टुकड़ों में पाई जा रही है।
श्रद्धा का कातिल अफताब को बताया जा रहा है… जिसको अपना गुनाह कबूल करते हुए भी सुना गया है…. हालाकि ये अभी पूरी तरह से कहना मुश्किल है क्योंकि आफताब अपने बयानों को बदलता जा रहा है जाहिर है की आफताब पुलिस को गुमराह कर रहा है
परंतु पुलिस बहुत ही गहराई से इसकी छान बीन मे लगी है। हालाकि अभी तक कोई ठोस सबूत पुलिस को बरामद नहि हुए हैं सिवाए कुछ हड्डियों के……
अगर हम बात करे आफताब की तो सूत्रों की माने तो…
आफताब के एक दोस्त निशंक मोदी का कहना है कि आफताब 2019 में घर से बाहर चला गया था और अलग जगह पर रह रहा था. उसका परिवार भी कुछ समय पहले यहां से चला गया था, लेकिन उन्होंने कहा था कि वे किसी काम से बाहर जा रहे हैं और अपना घर किराए पर दे रहे हैं. आफताब पढ़ाई में अच्छा था और एक कॉल सेंटर में काम करता था. उसने होटल मैनेजमेंट का कोर्स भी किया था।
चलिए जानते है आफताब और श्रद्धा की कहानी….
तो दरिंदगी की इस कहानी की शुरुआत होती है आर्थिक राजधानी मुंबई से। जहां श्रद्धा और आफताब की कॉल सेंटर में मुलाकात हुई। पहले तो यह मुलाकात पेशेगत रही। लेकिन धीरे-धीरे इस मुलाकात ने प्यार का रुप ले लिया। दोनों ही एक-दूसरे को अपना दिल दे बैठे।आहिस्ता-आहिस्ता हुई इन मुलाकातों नें जब प्यार का रंग अख्तियार किया, तो दोनों ने साथ रहने का फैसला किया।
जिस आफताब को श्रद्धा ने पूरे श्रद्धा से प्रेम किया, वो तो दरिंदा निकला। जिस आफताब को श्रद्धा ने अपनी जिंदगी समझा, वो तो उसकी मौत बन गया। जिस आफताब के लिए श्रद्धा ने अपने माता-पिता तक को छोड़ने से गुरेज नहीं किया। उसी ने उसके टुकड़े कर दिए।
श्रद्धा के परिजनों को जब इन सबके बारे में पता लगा, तो उन्होंने इस पर आपत्ति जताई, लेकिन श्रद्धा नहीं मानी और उसने आफताब के साथ रहने की जिद्द बांध ली।
आफताब के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगी। इस बीच श्रद्धा के माता-पिता सोशल मीडिया के जरिए श्रद्धा की खबर लेते रहते थे। लेकिन, इस बीच श्रद्धा का सोशल मीडिया पर कोई भी अपडेट आना बंद हो गया।इस बीच श्रद्धा आफताब पर शादी का दबाव बनाने लगीं। लेकिन आफताब शादी करने से इनकार कर रहा था। जिसके बाद दोनों के बीच खटपट भी शुरू हो गई। बात मारपीट तक पहुंच गई।
श्रद्धा को आफताब पर हमेशा शक रहता था कि उसका किसी और लड़की से अफेयर चल रहा है,
जबकि आफताब को लगता था कि श्रद्धा की जिंदगी में कोई दूसरा लड़का है. झगड़े के बाद उन दोनों ने एक-दूसरे को भरोसा दिलाया कि वे दोनों एक दूसरे को धोखा नहीं दे रहे हैं. जिसके बाद उन्होने अपने रिलेशन को एक बार दोबारा नए सिरे से शुरू करने की प्लानिंग की थी और तय किया कि दोनों को 1 महीने के लिए लंबे टूर पर पहाड़ों में जाएंगे, ताकि अपने रिलेशन की एक नई शुरुआत कर सके । वहा जाकर भी इनके झगडे़ खत्म नहीं हुए फिर इन्होंने दिल्ली आने का फैसला लिया और
आरोपी ने पूछताछ में खुलासा किया कि दिल्ली आने के बाद भी उसका श्रद्धा से झगड़ा होना बंद नहीं हुआ. 16 मई को दोनों के बीच फोन पर किसी और से बात करने को लेकर फिर झगड़ा हुआ. जिसके बाद रात को आफताब गुस्से में घर से निकल गया और जब वो पैदल काफी दूर गया तो छतरपुर एरिया में आस-पास घने जंगल देखे. जंगल देखकर उसके दिमाग में सबसे पहले यह ख्याल आया कि यहां किसी को भी मार के छुपाया जा सकता है. इस बीच 18 मई को श्रद्धा से फिर उसका झगड़ा हुआ तो उसने उसका कत्ल कर दिया.
बता दें कि आफताब ने श्रद्धा को मौत के घाट उतारने के लिए उसके शरीर के 35 टुकड़े कर दिए। ,हत्या करने के बाद वो काफी घबरा गया था उसे लगता था कि वो पकड़ा जाएगा. जिसके बाद उसने फैसला किया कि वो बेहद नॉर्मल जिंदगी जीएगा और किसी को भी उसके हाव भाव से शक नहीं होने देगा कि उसने श्रद्धा का कत्ल कर दिया है. इसीलिए उसने करीब 2 महीनों में 18 दिन तक श्रद्धा के लाश के टुकड़े अलग-अलग जगह फेंके. किसी को शक ना हो इसीलिए वह रोज रात करीब 2 से 3 बजे के बीच मास्क लगाकर निकलता था और एक टुकड़े फेंककर वापस आकर सो जाता था.
ताकि किसी को भी इस सनसनी खेज मर्डर पर शक ना हो। इसके बाद 6 माह पूर्व मामले को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेने के बाद आरोपी के खिलाफ कार्रवाई का सिलसिला शुरू कर दिया। इस बीच पुलिस ने आरोपी आफताब को भी गिरफ्तार किया। इसके बाद उससे मामले को लेकर पूछताछ की गई। जिसमें उसने कई बडे खुलासे किए हैं।
इस हत्याकांड को लेकर मनोवैज्ञानिक डॉ. हेमा खन्ना ने कहा कि हर रिश्ते में लड़ाई होती है, लेकिन जब कोई बार-बार आपको मारता-पीटता है तो आपको सचेत होने की जरूरत है। बार-बार मारपीट इस बात की तरफ इशारा करती है कि सामने वाला शख्स गुस्से में आपके साथ कुछ भी कर सकता है। ऐसी स्थिति को भांपते ही लोगों को अपने घर-परिवार और करीबियों से बात करनी चाहिए। अगर फिर भी हालात में सुधार नहीं होता है तो अलग होना और कानूनी कदम उठाना बहुत जरूरी होता है। उन्होंने कहा, ‘अगर समय रहते श्रद्धा आफताब की इन हरकतों से आगाह हो गई होती तो उसकी जान बच सकती थी।
आरोपी को गिरफ्तार कर…. उससे पूछताछ में कई बड़े खुलासे हुए हैं, परंतु अभी ठोस कुछ नहीं बरामद हुआ…..
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