टीबी हेल्थ ऑटो मरीजों को मुफ्त में पहुंचा रहा अस्पताल
-8210113691 नंबर पर कॉल करने पर मिल रही यह सुविधा
-अभी भागलपुर के कहलगांव में शुरू हुई है इस तरह की सुविधा
भागलपुर, 4 मई।-
टीबी उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। 2025 तक जिले को टीबी से मुक्त कराना है, इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ सहयोगी संस्था भी बढ़-चढ़कर भूमिका निभा रही है। इसी कड़ी में कर्नाटका हेल्थ प्रमोशन ट्रस्ट (केएचपीटी) ने अभी कहलगांव में टीबी हेल्थ ऑटो सुविधा की शुरुआत की है। इसके जरिये मरीजों को मुफ्त में अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। इसके लिए 8210113691 नंबर पर कॉल करना होगा। टीबी मरीज या फिर परिजन जैसे ही इस नंबर पर कॉल करेंगे, थोड़ी देर बाद यह ऑटो उनकी सेवा में हाजिर हो जाता है। इसका पूरा खर्च केएचपीटी उठा रहा है। अभी यह सुविधा सिर्फ कहलगांव में है, लेकिन आगे और भी जगहों पर यह सुविधा शुरू हो सकती है।
केएचपीटी की डिस्ट्रिक्ट लीडर आरती झा कहती हैं कि इस सुविधा के शुरू होने से मरीजों को काफी लाभ पहुंच रहा है। मार्च महीने में हमलोगों ने इस सेवा की शुरुआत की थी। अब तक 15 से भी अधिक मरीज इसका लाभ उठा चुके हैं। इसे लेकर लगातार जागरूकता बढ़ा रहे हैं, ताकि अधिक-से-अधिक लोग इसका लाभ ले सकें। दरअसल, टीबी के मरीज गरीब तबके ज्यादा मिलते हैं। उन्हें आर्थिक परेशानी भी रहती है। उन्हें इस तरह की सेवा मिलने से बहुत ही लाभ पहुंच रहा है। सरकार दवा से लेकर प्रोत्साहन राशि की व्यवस्था कर रही है। उसके साथ-साथ यह सुविधा भी मिलने से मरीजों को बड़ी राहत मिली है। कम-से-कम अब उन्हें यह सोचना नहीं पड़ रहा है कि इलाज के लिए पैसे कहां से आएंगे। इलाज और दवा से लेकर किराया में भी उनका खर्च नहीं हो रहा है। हमलोग चाहते हैं कि इसका लोग भरपूर फायदा उठाए। इसके लिए लगातार प्रचार-प्रसार का काम भी चल रहा है।
टीबी उन्मूलन को लेकर युद्धस्तर पर चल रहा कामः सीडीओ डॉ. दीनानाथ कहते हैं कि टीबी के मरीजों के लिए लगातार सुविधाएं बढ़ रही हैं। उस दिशा में यह अहम कड़ी है। सरकार की तरफ से न सिर्फ टीबी मरीजों के लिए दवा और इलाज की मुफ्त व्यवस्था है, बल्कि मरीजों के साथ-साथ उसे ढूंढ़ने वालों को भी प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। आप कह सकते हैं कि टीबी उन्मूलन को लेकर विभाग युद्धस्तर पर काम कर रहा है। मेरा तो यही कहना है कि जब सरकार की तरफ से इतनी सुविधाएं दी जा रही हैं तो लोगों को देर नहीं करनी चाहिए। जिसके मन में जरा सी भी टीबी को लेकर आशंका हों, वह तत्काल नजदीकि अस्पताल जाकर जांच करा लें। जांच में अगर टीबी की पुष्टि हो जाती है तो इलाज शुरू करें। इससे न सिर्फ आपका इलाज होगा, बल्कि आपके साथ रहने वाले य फिर परिजन भी टीबी जैसी संक्रामक रोग से बचे रहेंगे। अगर टीबी के मरीज इलाज नहीं कराते हैं तो उससे कई लोगों में संक्रमण का खतरा रहता है। इसलिए बिना देर किए तत्काल इलाज कराने के लिए नजदीकी अस्पताल जाएं।