भागलपुर में 4 दिन में 81 महिलाओं ने कराया बंध्याकरण
-31 जुलाई तक 850 महिलाओं के बंध्याकरण का है लक्ष्य
-जिले में चल रहा है जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा
भागलपुर-
जिले में अभी जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा चल रहा है| इसके तहत जिले के सभी प्रखंडों में प्रचार गाड़ी के जरिए लोगों को परिवार नियोजन को लेकर जागरूक किया जा रहा है| साथ में आशा कार्यकर्ता क्षेत्र में जाकर जरूरतमंद लोगों को परिवार नियोजन की सामग्री उपलब्ध करा रही हैं | 11 जुलाई को जब पखवाड़ा शुरू हुआ था तो उस दिन सभी सरकारी अस्पतालों में 50- 50 महिलाओं का बंध्याकरण कराने का लक्ष्य रखा गया था| अच्छी बात यह है कि 4 दिन में ही यह आंकड़ा 81 पर पहुंच गया है| जिले में कुल 851 महिलाओं का बंध्याकरण 31 जुलाई तक होना है.|
खरीक में सबसे ज्यादा 12 ऑपरेशन:
खरीक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सबसे ज्यादा 12 महिलाओं का बंध्याकरण किया गया है| इसके बाद बिहपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दूसरे नंबर पर है| जहां पर 11 महिलाओं का बंध्याकरण करवाया गया है| खरीक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ नीरज कुमार सिंह कहते हैं कि हमारे क्षेत्र में परिवार नियोजन जागरूकता कार्यक्रम बेहतर तरीके से चल रहा है| हर गांव में जाकर लोगों को परिवार नियोजन की जानकारी दी जा रही है| उन्हें इसके फायदे गिनाए जा रहे हैं| साथ में आशा कार्यकर्ता योग्य दंपति को बंध्याकरण के लिए अस्पताल लेकर आ रही हैं|. हमारे यहां 50 का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन मुझे उम्मीद है कि इससे भी ज्यादा महिलाओं का बंध्याकरण हो जाएगा| यहां के लोग परिवार नियोजन के फायदे को अच्छी तरह से समझते हैं और वे लोग भी इसमें सहयोग कर रहे हैं| इसी का नतीजा है कि संख्या लगातार बढ़ रही है|
1 बच्चे वाले दंपति को 3 साल का अंतराल रखने की दी जा रही सलाह:
डॉ नीरज कुमार सिंह ने बताया कि आशा कार्यकर्ता और एएनएम 1 बच्चे वाले दंपति को दूसरे बच्चे के बीच 3 साल का अंतराल रखने को कह रही हैं| इसे लेकर एएनएम काउंसिलिंग कर रही हैं| लोगों को समझाया जा रहा है कि अगर आप दो बच्चे के बीच 3 साल का अंतराल रखते हैं तो इससे जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ रहता है| बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती और भविष्य में किसी भी प्रकार की बीमारियों से लड़ने में सक्षम होता है|
गर्भ निरोधक उपाय पूरी तरह से सुरक्षित:
डॉ नीरज कुमार सिंह ने बताया कि क्षेत्र में आशा कार्यकर्ताओं द्वारा बांटी जा रही गर्भनिरोधक सामग्री पूरी तरह सुरक्षित है| उसके इस्तेमाल से किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होता है|. न ही कंडोम के इस्तेमाल से और ना ही टैबलेट के इस्तेमाल से किसी तरह का कोई साइड इफेक्ट होता है| इसलिए दंपति इन सामग्रियों का इस्तेमाल अपने परिवार नियोजन को लेकर बिना किसी झिझक के कर सकते हैं|