मिशन इंद्रधनुष अभियान के तीसरे राउंड का सफलतापूर्वक हुआ समापन
– उपलब्धि • निर्धारित लक्ष्य से अधिक लाभार्थियों का हुआ नियमित टीकाकरण
– स्वास्थ्य विभाग की कड़ी मेहनत और सामुदायिक स्तर पर लोगों के सकारात्मक सहयोग से मिली उपलब्धि
लखीसराय, 10 मई
जिले में सोमवार से चल रहे मिशन इंद्रधनुष अभियान के तहत तीसरे राउंड के साप्ताहिक नियमित टीकाकरण का रविवार को समापन हो गया। इस दौरान पूरे सप्ताह नियमित रूप से चयनित और चिह्नित सेशन साइटों पर टीकाकरण शिविर का आयोजन कर टीका से छूटी गर्भवती और बच्चों को टीकाकृत किया गया। जिसमें स्वास्थ्य विभाग की कड़ी मेहनत और सामुदायिक स्तर पर लोगों के सकारात्मक सहयोग से निर्धारित लक्ष्य से अधिक लाभार्थियों को टीकाकृत करने की जिला ने उपलब्धि हासिल की। वहीं, शत-प्रतिशत लाभार्थियों का टीकाकरण सुनिश्चित कराने को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में 300 सेशन साइट बनाए गए थे। सभी सेशन साइटों पर नियमित रूप से टीकाकरण शिविर का आयोजन कर योग्य लाभार्थियों का टीकाकरण किया गया।
– टीकाकरण टीम और आमजनों के सकारात्मक सहयोग से मिली सफलता :
डीआईओ सह एसीएमओ डाॅ अशोक कुमार भारती ने बताया, मिशन इंद्रधनुष अभियान के तहत तीसरे राउंड के साप्ताहिक नियमित टीकाकरण में निर्धारित लक्ष्य से अधिक लाभार्थियों को टीकाकृत किया गया। यह उपलब्धि टीकाकरण टीम के सभी कर्मियों और मॉनिटरिंग करने वाले तमाम पदाधिकारियों की कड़ी मेहनत और सामुदायिक स्तर पर आमजनों के सकारात्मक सहयोग से संभव हुआ। वहीं, उन्होंने कहा कि मैं इस उपलब्धि के लिए सभी पदाधिकारी और कर्मियों के साथ-साथ पूरे जिले वासियों को सकारात्मक सहयोग करने के लिए धन्यवाद देता हूँ। वहीं, उन्होंने कहा, गर्भवती महिलाओं और बच्चों को गंभीर बीमारी से बचाव के लिए नियमित टीकाकरण जरूरी है। इससे ना केवल गंभीर बीमारी से बचाव होगा, बल्कि सुरक्षित और सामान्य प्रसव को बढ़ावा भी मिलेगा तथा बच्चों का शारीरिक विकास भी बेहतर तरीके से होगा।
– 300 सेशन साइटों पर 2380 बच्चों के खिलाफ 2474 और 468 गर्भवती के खिलाफ 532 को किया गया टीकाकृत :
वहीं, डीआईओ सह एसीएमओ डाॅ अशोक कुमार भारती ने बताया, 300 सेशन साइटों पर 2380 बच्चों और 468 गर्भवती को टीकाकृत करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। जिसके खिलाफ 2474 बच्चों और 532 गर्भवती महिलाओं को टीकाकृत किया गया। जिसमें शून्य से पाँच वर्ष तक के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी, मिजल्स, विटामिन ए, डीपीटी बूस्टर डोज, मिजल्स बूस्टर डोज और बूस्टर ओपीवी के अलावा जेएई (जापानी बुखार) के टीके से टीकाकृत किया गया। जबकि, गर्भवती को टेटनेस-डिप्थीरिया (टीडी) का टीका से टीकाकृत किया गया।