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आशा कार्यकर्ता गृह भ्रमण कर जन्म से शारीरिक रूप से कमजोर शिशु का कर रहीं स्वास्थ्य परीक्षण, दी जा रही आवश्यक सलाह

  • केयर इंडिया की टीम के सहयोग से नियमित तौर पर शिशु का किया जा रहा है स्वास्थ्य अवलोकन
  • कमजोर शिशु के सर्वांगीण शारीरिक और मानसिक विकास के लिए दी जा रही आवश्यक जानकारी

लखीसराय, 19 नवंबर।
जिले में जन्म से शारीरिक रूप से कमजोर शिशु को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने को लेकर स्थानीय स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सजग और संकल्पित है। इसको लेकर ऐसे शिशुओं का गृह भ्रमण कर नियमित तौर पर लगातार स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। इसे सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी संबंधित क्षेत्र की स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी आशा कार्यकर्ताओं को दी गई। इसके अलावा केयर इंडिया की टीम भी तकनीक रूप से भी भरपुर सहयोग कर रही है। वहीं, इसे सार्थक रूप देने के लिए जिलेभर की आशा कार्यकर्ता केयर इंडिया की टीम के सहयोग से गृह भ्रमण कर नियमित तौर पर कमजोर नवजात शिशुओं का लगातार स्वास्थ्य परीक्षण कर रही हैं। ताकि ऐसे शिशुओं को ससमय समुचित स्वास्थ्य सुविधाऐं उपलब्ध कराई जा सके और शिशु जल्द से जल्द से पूर्ण रूप से स्वस्थ हो सके। साथ ही शिशु के माता-पिता समेत अन्य अभिभावकों को शिशु के सर्वांगीण शारीरिक व मानसिक विकास के साथ स्वस्थ्य शरीर निर्माण को लेकर आवश्यक जानकारी दी जा रही है और किसी प्रकार की परेशानी होने पर तुरंत योग्य चिकित्सकों से जाँच कराने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। ताकि शिशु का आवश्यकतानुसार समय पर उचित इलाज हो सके और किसी प्रकार की बड़ी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।

  • कमजोर जन्म लेने वाले शिशु के स्वस्थ्य शरीर निर्माण के लिए गृह भ्रमण कर जाना जाता है स्वास्थ्य का हाल :
    सिविल सर्जन डाॅ देवेन्द्र चौधरी ने बताया, शारीरिक रूप से कमजोर जन्म लेने वाले नवजात शिशु के स्वस्थ्य शरीर निर्माण के लिए गृह भ्रमण कर जन्म के बाद पहले और दूसरे दिन लगातार उनका हाल जाना जाता है। इस दौरान यह देखा जाता है, शिशु में जन्म के बाद से कितना शारीरिक विकास हुआ। उनके वजन में कितनी वृद्धि हुई समेत अन्य स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी ली जाती है। जिसके बाद आवश्यकतानुसार आवश्यक सलाह दी जाती है। वहीं, बताया, इसके बाद भी लगातार ऐसे शिशु का ध्यान रखा जाता है।
  • स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है प्रेरित :
    इस दौरान शिशु की माँ को शिशु के बेहतर, मजबूत तथा स्वस्थ शरीर निर्माण को लेकर स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस दौरान यह जानकारी दी जा रही है कि रात में कम से कम शिशु को तीन से चार बार और दिन में 10 से 12 बार स्तनपान कराएं और इस सिलसिले को बच्चे के जन्म के बाद छः माह तक जारी रखें। इसके बाद ही ऊपरी आहार दें। तभी शिशु का सर्वांगीण शारीरिक व मानसिक विकास होगा और वह आगे भी ना सिर्फ शारीरिक रूप से मजबूत रहेगा बल्कि, शिशु की रोग-प्रतिरोधक क्षमता भी विकसित होगी। वहीं, ठंड के मौसम में ऐसे शिशु की देखभाल समेत बरती जाने वाली अन्य सावधानियां के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।
  • साफ-सफाई की भी दी जा रही है जानकारी :
    इस दौरान शिशु की माँ समेत अन्य परिवार वालों को साफ-सफाई का भी विशेष ख्याल रखने की जानकारी दी जा रही है। जिसमें बताया गया, खासकर बीमार लोग शिशु को छूने के पूर्व निश्चित रूप से अपने हाथों की सफाई अच्छी तरीके से कर लें। शिशु को गीला कपड़ा पर नहीं सुलाएं और ना ही पहनाएं। आवश्यकतानुसार शिशु का कपड़ा बदलते रहें। व्यक्तिगत साफ-सफाई का भी ख्याल रखें। घर समेत अन्य आसपास परिसर को भी साफ रखें। इससे ना सिर्फ शिशु सुरक्षित रहेंगे बल्कि, अन्य लोग भी सुरक्षित रहेंगे। साफ-सफाई हर किसी के लिए जरूरी है और इससे लोग कई प्रकार की बीमारियों से भी दूर रहते हैं। इसके बावजूद जच्चा-बच्चा किसी को भी किसी प्रकार की परेशानी हो तो तुरंत स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें। या फिर यहाँ के स्थानीय आशा कार्यकर्ता को सूचना दें। आपको तुरंत आवश्यक स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराई जाएगी।
  • इन मानकों का करें पालन, कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर :-
  • मास्क का उपयोग और शारीरिक दूरी का पालन जारी रखें।
  • साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें।
  • बारी आने पर निश्चित रूप से वैक्सीनेशन कराएं और दूसरों को भी प्रेरित करें।
  • अफवाहों से दूर रहें और एहतियात जारी रखें।
  • लक्षण महसूस होने पर कोविड-19 जाँच कराएं।
  • अनावश्यक यात्रा से परहेज करें।
  • भीड़-भाड़ वाले जगहों से परहेज करें।
  • बासी और बाहरी खाना खाने से परहेज करें और गर्म व ताजा खाना का सेवन करें।

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