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मायागंज अस्पताल में अब आम मरीजों को भी सीटी स्कैन की सुविधा जल्द मिलेगी

-कोरोना मरीजों से मुक्त हो जाने के बाद अस्पताल में यह सुविधा हो रही है शुरू
-अभी तक सिर्फ कोरोना मरीजों को ही यहां पर सीटी स्कैन की सुविधा मिलती थी

भागलपुर, 4 फरवरी
मायागंज अस्पताल में आम मरीजों के लिए सीटी स्कैन की सुविधा जल्द शुरू होगी. दरअसल 5 अप्रैल को मायागंज अस्पताल को कोरोना अस्पताल में तब्दील कर देने के बाद यहां पर सिर्फ कोरोना मरीजों का ही सीटी स्कैन हो रहा था. आम मरीजों को सदर अस्पताल सीटी स्कैन कराने के लिए जाना पड़ता था. लेकिन मायागंज अस्पताल अब पूरी तरह से कोरोना मरीजों से मुक्त हो गया है. इस वजह से अस्पताल में यह सुविधा एक-दो दिनों में शुरू होने वाली है.
आम मरीजों को यह सुविधा एक-दो दिनों में मिलने लगेगी-
अस्पताल अधीक्षक डॉ अशोक कुमार भगत का कहना है कि अस्पताल में अब कोई भी कोरोना का मरीज नहीं है. इस वजह से आम मरीजों को यह सुविधा एक-दो दिनों में मिलने लगेगी. इसे लेकर तैयारी कर ली गई है. पहले कोरोना के संक्रमण को देखते हुए आम मरीजों का सीटी स्कैन यहां पर नहीं हो रहा था. उन्हें सदर अस्पताल भेजा जाता था, लेकिन अब मरीजों को यह सुविधा मिलने लगेगी.

आईसीयू भी जल्द होगी चालू:
डॉ भगत ने बताया कि अस्पताल में आईसीयू की सुविधा भी जल्द ही आम मरीजों के लिए चालू की जाएगी. आईसीयू में अब कोई भी कोरोना का गंभीर मरीज भर्ती नहीं है. इसे लेकर शासन को पत्र लिखा गया है. जैसे ही अनुमति मिलती है आम मरीजों को आईसीयू में भर्ती करना शुरू कर दिया जाएगा.

100 बेड का जच्चा- बच्चा अस्पताल भी जल्द शुरू होगा:
डॉ भगत ने बताया कि सीटी स्कैन और आईसीयू ही नहीं, अब यहां एक सौ बेड का जच्चा- बच्चा अस्पताल भी जल्द ही शुरू हो जाएगा. इसे लेकर भी शासन को पत्र लिखा गया है. वहां से आदेश मिलने के बाद इसे भी शुरू कर दिया जाएगा. अस्पताल कोरोना मरीजों से खाली हो जाने के बाद सभी बिल्डिंग खाली हो गई हैं. अब अस्पताल में पहले की ही तरह मरीजों की जांच और इलाज हो सकेगा.

गंभीर मरीजों को अब नहीं जाना पड़ेगा बाहर:
मायागंज अस्पताल को पूर्वी बिहार का सबसे बड़ा अस्पताल माना जाता है. यहां पर अत्याधुनिक तकनीक के सहारे मरीजों का इलाज किया जाता है. लेकिन जब से यह कोरोना अस्पताल में तब्दील हुआ था उस समय से यहां के गंभीर मरीजों को या तो पटना या फिर सिलीगुड़ी रेफर किया जाता था. लेकिन सीटी स्कैन, आईसीयू और जच्चा- बच्चा अस्पताल शुरू हो जाने के बाद गंभीर मरीजों का इलाज कराने के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा.

बिहार-झारखंड के 15 जिलों के मरीज आते हैं यहां पर इलाज कराने:
मायागंज अस्पताल में बिहार और झारखंड के 15 जिलों के मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं. कोसी- सीमांचल के जिलों के अलावा मुंगेर, खगड़िया, लखीसराय, जमुई और बांका के मरीज यहां पर इलाज कराने के लिए आते हैं. इसके अलावा झारखंड के साहिबगंज, पाकुड़ और दुमका जिले से भी मरीज यहां पर इलाज कराने के लिए आते हैं

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