राज्य

समाज के वंचित समुदायों तक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पहुंचाएं आशा कार्य़कर्ता

-शहर के एक होटल में चल रहे छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन
-आशा कार्य़कर्ताओं को निर्णय व समन्वय कौशल के बारे में दी गई जानकारी

भागलपुर-

भीखनपुर स्थित शहर के एक होटल में मंगलवार को शहरी आशा कार्यकर्ताओं के छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हो गया। प्रशिक्षण के आखिरी दिन मास्टर ट्रेनर सुनील कुमार, विश्वेश्वर शर्मा और सीमा कालिंदी ने शहरी आशा कार्यकर्ताओं को निर्णय कौशल, समन्वय कौशल, लेखन कौशल, सकारात्मक बदलाव, सामाजिक लामबंदी को कैसे प्रोत्साहित करें इसके बारे में बताया। साथ में समुदाय में काम करने के लिए कैसे योजना बनानी है, इसकी जानकारी दी गई। शहरी आशा कार्यकर्ताओं को समाज के वंचित समुदायों तक सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पहुंचाने की सीख दी गई। इसके लिए किन-किन बातों पर ध्यान देने की आवश्यकता है, इसके बारे में उन्हें जानकारी दी गई।
जागरूक करना है कि स्वास्थ्य से संबंधित सेवाएं आपका हक है।
मास्टर ट्रेनर सुनील कुमार ने कहा कि आशा कार्यक्रर्ताओं को क्षेत्र में काम करने के लिए पहले इन बातों पर विमर्श करना जरूरी है। अगर आप इन बातों को ध्यान में रखेंगे तो समाज के आखिरी व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पहुंचाने में सफल रहेंगे। लोगों को इस बात के लिए जागरूक करना है कि स्वास्थ्य से संबंधित सेवाएं आपका हक है। सरकार आपके लिए बहुत सारा खर्च कर रही है। इसका लाभ उठाना आपका कर्तव्य हैं। वहीं सीमा कालिंदी ने बताया कि आशा कार्य़कर्ताओं को क्षेत्र में काम करने के लिए निर्णय कौशल बहुत जरूरी है। गर्भवती महिलाओं को लेकर निर्णय लेने की क्षमता अगर आपमें रहेगी तो आप उसे किसी तरह की परेशानी में नहीं आने देंगे। सही समय पर अस्पताल ले जाने से लेकर अन्य काम करेंगे। परिवार के लोगों को डिलीवरी की तारीख बताकर मानसिक तौर पर तैयार होने में मदद करेंगे। इससे उनका काम आसान होगा। वहीं विश्वेश्वर शर्मा ने समन्वय कौशल पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बेहतर समन्वय स्थापित कर आशा कार्यकर्ता क्षेत्र के गरीब से गरीब लोगों को मुश्किलों से बचा सकती हैं। ऐसा करने के लिए आपको चौकन्ना रहना होगा और ट्रेनिंग के दौरान जो बातें आपने सीखीं, उसे व्यावहारिक तौर पर अपनाना होगा। ट्रेनिंग के समापन के बाद सभी आशा कार्य़कर्ताओं से मूल्यांकन पत्र भरवाया गया। जिसे मास्टर ट्रेनर ने देखा कि छह दिन में शहरी आशा कार्यकर्ताओं ने क्या-क्या सीखा।
प्रशिक्षण का मकसद आय़ा कार्य़कर्ताओं का कौशल विकाल करनाः
कार्यक्रम में मौजूद क्षेत्रीय कार्य़क्रम प्रबंधक अरुण प्रकाश ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम का मकसद आशा कार्यकर्ताओं का कौशल विकास है, जिससे वे क्षेत्र में बेहतर सेवा दे सकें। समाज के वंचित तबकों तक स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने में सक्रियता बढ़े। वहीं क्षेत्रीय लेखा प्रबंधक विजय कुमार राम ने कार्यक्रम में मौजूद शहरी क्षेत्र की आशा कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन राशि के बारे में बताया। किस काम के लिए कितनी प्रोत्साहन राशि सरकार द्वारा तय है, इसकी जानकारी दी। वहीं आशा के क्षेत्रीय समन्वय कुणाल कुमार ने सभी आशा कार्य़कर्ताओं को अश्विन पोर्टल के बारे में जानकारी दी।

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