केयर इंडिया के फैमिली प्लानिंग जिला समन्वयक ने घर में ही रहकर 10 दिनों में कोविड-19 को दी मात
- चिकित्सा परामर्श का पालन और आवश्यक दवाई के सेवन के साथ-साथ धैर्य, संयम एवं सतर्कता की बदौलत दी मात
- संक्रमित होने पर घबराएं नहीं, बल्कि मजबूत इच्छाशक्ति के साथ कराएं उपचार और चिकित्सा परामर्श का करें पालन
खगड़िया, 18 मई-
कोविड-19 संक्रमण बीमारी नहीं, महामारी है। जिसके कारण इसके दायरे में कोई भी आ सकता है। इसलिए, इससे घबराएं नहीं। बल्कि, लक्षण महसूस होते ही तुरंत स्थानीय स्वास्थ्य संस्थान में जाँच कराएं और जाँच रिपोर्ट के अनुसार चिकित्सा परामर्श का पालन करें। क्योंकि, किसी भी बीमारी को आसानी से मात देने के लिए समय पर जाँच यानी बीमारी के शुरुआती दौर में ही सही पता होना जरूरी है। यह कहना है घर में ही रहकर मात्र 10 दिनों मे कोविड-19 को मात देने वाले केयर इंडिया के फैमिली प्लानिंग के जिला समन्वयक राजेश पांडेय का। उन्होंने, बताया जैसे ही मुझे बुखार हुआ कि मैं अपने परिवार के सदस्यों से अलग हो गया एवं अकेले कमरे में रहने लगा।
- 16 अप्रैल की रात बुखार का एहसास, 19 को करायी जाँच, पाॅजिटिव आई रिपोर्ट :-
राजेश पांडेय ने बताया, 16 अप्रैल को जब मैं ड्यूटी कर घर गया तो देर रात मुझे बुखार का एहसास हुआ। जिसके बाद मैं उसी रात परिवार के सदस्यों से अलग होकर अलग कमरे में सोया और अगले सुबह सामान्य बुखार वाली दवा खाई। किन्तु, आराम नहीं होने पर तीसरे दिन 19 अप्रैल को जाँच करायी तो पाॅजिटिव रिपोर्ट आई। जिसके बाद होम क्वारेंटाइन हो गया और चिकित्सकों द्वारा दी गई दवाई का पूरे विश्वास के साथ नियमित सेवन किया। इस दौरान मैं 16 अप्रैल से ही अपने परिवार से अलग रहा, यहाँ तक खाना-पीना भी अलग बर्तन में खाने लगा। जिसका सकारात्मक परिणाम यह रहा कि मेरे अलावा मेरे परिवार के एक भी सदस्य संक्रमित नहीं हुए। जो मेरे लिए सबसे राहत की खबर रही। - चिकित्सा परामर्श का पालन और आवश्यक दवाई के सेवन के साथ-साथ धैर्य, संयम एवं सतर्कता की बदौलत दी मात :-
राजेश पांडेय ने बताया, मुझे जैसे ही संक्रमित होने की जानकारी मिली तो मैं घबराया नहीं। बल्कि, घर में ही रहकर आवश्यक दवाई का सेवन के साथ चिकित्सा परामर्श का पालन किया और खुद के धैर्य, संयम एवं सतर्कता को बनाए रखा। इसी की बदौलत मैं इस महामारी को मात देने में सफल भी रहा। इसके लिए मैं जहाँ चिकित्सा परामर्श का पालन और नियमित रूप से आवश्यक दवाई का सेवन जारी रखा। वहीं, सुबह-शाम सहनीय गर्म पानी से गरारा किया, भाप लिया, विटामिन-सी युक्त पदार्थों का सेवन किया। योग पर भी बल दिया। खानपान समेत अन्य चिकित्सा परामर्श का पालन किया। इसलिए, मैं अन्य लोगों से भी अपील करता हूँ कि संक्रमित होने पर घबराएं नहीं। बल्कि, ससमय जाँच कराएं और चिकित्सा परामर्श का पालन के साथ सकारात्मक सोच बनाएं रखें। यही इस महामारी को मात देने के लिए सबसे बेहतर उपाय है। - बचाव से संबंधित गाइडलाइन का जारी रखा पालन, पर कहाँ चूक हुई पता नहीं :-
वहीं, राजेश पांडेय ने बताया, मैं सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस महामारी से बचाव के लिए जारी गाइडलाइन का पालन जारी रखा। घर से निकलते ही मास्क का उपयोग, शारीरिक दूरी का पालन, सैनिटाइजर का उपयोग समेत अन्य आवश्यक बातों का हरसंभव पालन किया। यहाँ तक अपने अन्य सहयोगियों कर्मियों के साथ-साथ अन्य लोगों को भी जागरूक किया। किन्तु, हमसे ही कहाँ चूक हो गई, यह पता नहीं। वैसे मैं फिर कहता हूँ कि संक्रमित होने पर किसी को घबराना नहीं चाहिए। - इन मानकों का करें पालन, कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर रहें :-
- मास्क का उपयोग और शारीरिक दूरी का पालन जारी रखें।
- लक्षण महसूस होने पर कोविड-19 जाँच कराएं।
- बारी आने पर निश्चित रूप से वैक्सीनेशन कराएं और दूसरों को भी प्रेरित करें।
- साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें और सैनिटाइजर का उपयोग करें।
- भीड़-भाड़ वाले जगहों से परहेज करें और सार्वजनिक समारोह से दूर रहें।