कोरोना वैक्सीन कि पहली खुराक लेने के बाद कोरोना संक्रमित होने पर तीन महीने के बाद ही मिलेगी वैक्सीन कि दूसरी खुराक
- केंद्र सरकार के द्वारा कोरोना वैक्सीनेशन को ले जारी की गई नई गाइड लाइन
- इस संबंध में राज्य स्वास्थ्यय समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने सभी जिले के जिलाधिकारी और सिविल सर्जन को जारी की चिट्ठी
लखीसराय, 21 मई 2021 :
कोविड 19 टीकाकरण के लिए नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप ऑन वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन फ़ॉर कोविड 19 ( एनईजीभीएसी) के द्वारा कोरोना महामारी के स्वरूप एवं इसके प्रसार को देखते हुए वैज्ञानिक साक्ष्य एवं अनुभव के आधार पर टीकाकरण को ले नया गाइड लाइन जारी किया गया है। इस संबंध में भारत सरकार के द्वारा 19 मई को एक पत्र जारी किया गया था। इस पत्र के आलोक में राज्य स्वास्थ्यय समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने राज्य के सभी जिलों के जिलाधिकारी और सिविल सर्जन को शुक्रवार को पत्र जारी कर कोविड 19 टीकाकरण के दौरान केंद्र सरकार के द्वारा जारी दिशा- निर्देशों का पूरी तरह से अनुपालन सुनिश्चित करवाने का निर्देश दिया गया है।
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. अशोक कुमार भारती ने बताया कि भारत सरकार के निर्देशानुसार जिले भर में वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण से बचाव को ले 18 – 44 और 45 वर्ष या उससे अधिक आयु वर्ग के लाभार्थियों का टीकाकरण कराया जा रहा है। केंद्र सरकार और राज्य स्वास्थ्यय समिति द्वारा पत्र के अनुसार जिले में यदि कोई भी ब्यक्ति का लैब टेस्ट रिपोर्ट में एसएआरएस 2 कोविड 19 से ग्रसित पाया जाता है तो उसके पूरी तरह से ठीक होने के तीन महीने के बाद ही कोविड 19 का टीका दिया जाता है। इसके साथ ही यदि किसी एसएआरएस 2 कोविड मरीज को एंटी एसएआरएस 2 मोनोक्लोकल एंटी बॉडीज और कॉनवालेसेन्ट प्लाज्मा दिया गया हो तो ऐसे मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज होने के तीन महीने के बाद ही कोरोना का टीका दिया जाता है।
उन्होंने बताया कि यदि किसी ब्यक्ति को कोरोना वैक्सीन कि प्रथम खुराक दिए जाने के बाद वो कोरोना संक्रमित हो जाता है तो उसके ठीक होने के तीन महीने के बाद ही वैक्सीन की दूसरी खुराक दी जा सकती है। इसके साथ सामान्य बीमारी के कारण गम्भीर रूप से बीमार ब्यक्ति जो अस्पताल में और आईसीयू केयर में भर्ती रहा हो उसे भी कोविड टीकाकरण के लिए 4 से 8 सप्ताह तक प्रतीक्षा करनी चाहिये ।
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने बताया कि यदि कोई ब्यक्ति कोविड 19 से ग्रसित होता है और उसके आरटीपीसीआर रिपोर्ट निगेटिव होने अथवा कोविड 19 टीकाकरण के 14 दिनों के बाद ही रक्तदान कर सकता है। इसके अलावे नई गाइड लाइन के अनुसार स्तनपान कराने वाली महिलाएं भी अब कोविड 19 का वैक्सीन ले सकती हैं और कोविड 19 का वैक्सीन लेने वाले लोगों को से पहले स्क्रीनिंग के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट करवाने की भी आवश्यकता नहीं है।