खगड़िया में सफलतापूर्वक पोषण पखवाड़ा का हुआ समापन
– तमाम गतिविधियों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाया गया पोषण का संदेश, पोषण के महत्व और उदेश्य की लोगों की दी गई जानकारी
– कुपोषण मुक्त समाज निर्माण पर दिया गया बल, लोगों को किया जागरूक
खगड़िया, 04 अप्रैल-
21 मार्च से जिले में चल रहे पोषण पखवाड़ा का सोमवार को सफलतापूर्वक समापन हो गया। इस दौरान पोषण माह को सफल बनाने के लिए पूरे पखवाड़े के दौरान तमाम गतिविधियों का आयोजन कर लोगों को पोषण के महत्व और उदेश्य को विस्तारपूर्वक बताया गया और जागरूक किया गया। साथ ही लोगों को कुपोषण मुक्त समाज के निर्माण के लिए आवश्यक जानकारी दी गई। ताकि लोग पोषण के महत्व और उदेश्य को समझ सकें। क्योंकि, यह तभी धरातल पर सफल होगा। जब लोग इसके महत्व को समझेंगे। हालाँकि, पूरे पखवाड़ा के दौरान हुए तमाम गतिविधियों का सकारात्मक बदलाव भी दिखने लगे हैं। लोग अपने सामान्य दिनचर्या में बदलाव लाना शुरू कर दिए हैं। जो सामुदायिक स्तर पर सकारात्मक बदलाव का प्रतीक है।
– पदाधिकारियों व कर्मियों के सकारात्मक सहयोग से सफल रहा पखवाड़ा :
आईसीडीएस की जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सुनीता कुमारी ने बताया, पोषण माह को सफल बनाने के लिए विभाग के सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों का सकारात्मक सहयोग रहा। इसी की बदौलत सफलतापूर्वक पखवाड़ा का समापन हुआ। साथ ही लोगों में पोषण के प्रति बदलाव भी दिखने लगा है। जो शुभ संकेत का प्रतीक है।
– सामुदायिक स्तर पर पहुँचाया गया पोषण का संदेश :
आईसीडीएस के जिला समन्वयक अंबुज कुमार ने बताया, सामुदायिक स्तर पर पोषण का संदेश पहुँचाया गया। इस दौरान जिले के सभी प्रखंडों में तमाम कार्यक्रमों के माध्यम से गाँव-गाँव जाकर लोगों के बीच पोषण का संदेश पहुँचाया गया। ताकि समाज के प्रत्येक व्यक्ति को इस पखवाड़ा के महत्व व उद्देश्य की जानकारी मिल सके। वहीं, उन्होंने बताया, इस दौरान तमाम गतिविधियों के माध्यम से समाज के प्रत्येक व्यक्ति को बच्चों के जन्म के साथ उनका उचित रहन-सहन, पोषण, देखरेख से लेकर हर आयु वर्ग के लोगों तक के लिए उचित पोषण, रहन-सहन में बदलाव समेत अन्य जानकारियाँ दी गई। इस दौरान बताया कि कैसे बच्चे का सर्वागीण शारीरिक और मानसिक विकास होगा। युवा और बुजुर्ग कैसे स्वस्थ रहेंगे ,आदि की जानकारी दी गई।
– स्वच्छता पर भी दिया गया बल :
सदर सीडीपीओ विनीता कुमारी ने बताया, इस दौरान सामुदायिक स्तर पर लोगों को स्वच्छता की भी विशेष जानकारी दी गई। स्वच्छता पर बल देते हुए लोगों को इससे होने वाले फायदे को बताया गया। दरअसल, स्वच्छता से ही लोग स्वस्थ्य रहेंगे और जब लोग स्वस्थ्य रहेंगे तो उनका शारीरिक व मानसिक विकास होगा। जिससे कुपोषण मुक्त समाज का निर्माण होगा। साथ ही बच्चे को जन्म के बाद छः माह तक सिर्फ स्तनपान ही कराएं एवं इसके बाद ऊपरी आहार दें। इसके अलावा बच्चे के सर्वांगीण शारीरिक व मानसिक विकास एवं धातृ महिलाओं के स्वस्थ्य शरीर निर्माण के लिए अन्य आवश्यक जानकारी दी गई। वहीं, उन्होंने बताया, इसके अलावा हर माह 19 तारीख को सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर अन्नप्राशन कार्यक्रम का आयोजन कर छः माह की उम्र पार करने वाले बच्चों को ऊपरी आहार का सेवन शुरू कराने एवं उचित पोषण, बच्चे की उचित देखभाल समेत अन्य जानकारियाँ दी जाती हैं।