दूसरे डोज से वंचित फ्रंटलाइन व हेल्थ केयर वर्कर्स का होगा टीकाकरण
– हेल्थ केयर और फ्रंटलाइन वर्कर को एक सप्ताह के अंदर वैक्सीनेट करने का दिया गया निर्देश
लखीसराय- कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए वैक्सीन लगवाना हर किसी के लिए सबसे प्रबल सुरक्षा कवच माना जा रहा है। हेल्थ केयर वर्कर एवं फ्रंटलाइन वर्कर को कोरोना संक्रमण का सबसे अधिक खतरा है| इसलिए सरकार ने इन्हें सबसे पहले टीकाकृत करने की मुहिम शुरू की है। बावजूद इसके अभी भी कई फ्रंटलाइन वर्कर व हेल्थ केयर वर्कर्स टीका की दोनों डोज लेने से किसी न किसी कारण से वंचित हैं। टीकाकरण के लक्ष्य को शत-प्रतिशत हासिल करने के लिए विभाग प्रतिबद्ध है| इसको ले तमाम तरह के प्रयास भी किये जा रहे हैं । इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। जारी किए गए पत्र में कहा गया है कि निर्धारित समय सीमा पार करने के बावजूद भी फ्रंटलाइन वर्कर व हेल्थ केयर वर्कर ने सेकेंड डोज नहीं ली है। सभी के लिए वैक्सीन की दोनों डोज लेना अनिवार्य है। दूसरे डोज से वंचित लाभार्थियों को एक सप्ताह के अंदर टीकाकृत करने का निर्देश दिया गया है। सुरक्षा के लिए दोनों खुराक हैं जरूरी : जिला में कोरोना संक्रमण की दूसरी रफ्तार थमी जरूर है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। तीसरी लहर की आशंका अभी भी बनी हुई है। ऐसे में लोगों को सुरक्षित रहने के लिए कोरोना बचाव के दोनों टीके लगवाने जरूरी है। यूं तो शहर से लेकर गांवों में टीकाकरण को लेकर जागरूकता बढ़ी है। यही वजह है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए जा रहे लक्ष्य से अधिक लोग टीका लगवा रहे हैं। सुरक्षित रहने के लिए दोनों डोज आवश्यक:जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. अशोक कुमार भारती ने कहा कि कोरोना संक्रमण से पूरी सुरक्षा टीके की दोनों डोज लेने के बाद ही संभव है। दोनों डोज लगाने के करीब दो हफ्ते बाद शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास आरंभ होता है। स्वास्थ्य विभाग की प्राथमिकता लोगों को दूसरा डोज देकर महामारी से सुरक्षित करना है। लोग दूसरा डोज जरूर लगवाएं, दोनों डोज लगने के बाद ही कोरोना वायरस से लड़ने की क्षमता मिलेगी । दोनों डोज लगने के बाद ही आप पूर्ण तरह सुरक्षित रह पाएंगे। ऐसे रोकें संक्रमण का प्रसार :- एक साथ 2 मास्क का करें प्रयोग – आंतरिक स्थानों पर वायु संचार करें सुनिश्चित- एक दूसरे से एक निश्चित दूरी बनायें रखने का हरसंभव करें प्रयास- साबुन एवं हैंड सैनिटाइजर से नियमित करें हाथ साफ़- कोविड मरीजों को अलग कमरे में रखें- सतहों को नियमित रूप से कीटाणुनाशकों से नियमित रूप से साफ़ करें