नगर निगम में फिर हुआ बड़ा भ्रस्टाचार
आगरा।नगर निगम आगरा जो न करे वो थोड़ा है,हाल में ही सड़क निर्माण का भ्रस्टाचार सामने आया था जिसकी जांच के आदेश नगर आयुक्त ने दिए थे,उसकी जांच भी पूरी नही हो पाई की एक और भ्रस्टाचार का मामला सामने आया है,जहाँ एक्सईएन और उसकी टीम ने ठेकेदार को फायदा पहुंचाने को नगर निगम की रकम लुटा दी,मामले पर नगर आयुक्त जांच के बाद कार्यवाही की बात कहते है।
दरअसल आगरा विकास प्राधिकरण ने पिछले साल ही नगर निगम कालिंदी विहार योजना हस्तांतरण की थी और विकास के लिए करोड़ रुपया भी दिया जिसे नगर निगम के निर्माण विभाग से जुड़े एक्सईएन अजीत कुमार और ए ई अशोक शर्मा के साथ जेई आर बी प्रसाद ठिकाने लगाने में लगे है ताकि ठेकेदार के साथ उनकी जेबें भी भर सके,बीते दिनों ढाई करोड़ से बनी सड़क भ्रस्टाचार की भेंट चढ़ गई जिसकी जांच चल रही है उस मामले की जांच रिपोर्ट भी नही आई और एक बार फर एक्सईएन अजीत कुमार और उनकी टीम का बड़ा गोलमाल सामने आया है।
कालिंदी विहार में बने 2700 मीटर के डिवाइडर को काटकर छोटा करने और मोल्ड स्टोन लगाने के नाम पर ए के कन्स्ट्रक्शन नाम की कंपनी को करीब एक करोड़ 25 लाख का ठेका दिया गया जिसमें ठेकेदार ने दिखावे को 39% विलो ठेका लिया,ताकि अधिकारी अपनी पीठ थपथपा सके,लेकिन इसी खेल में अधिकारी और ठेकेदार ने मिलकर डिवाइडर छोटा करने के नाम पर नगर निगम को लूटना शुरू कर दिया,ठेकेदार ने डिवाइडर छोटा करने के बाद न डिवाइडर का सही से बेस बनाया न ही माल में गुणवत्ता का ख्याल रखा, सीमेंट के नाम पर महज खानापूर्ति कर काम शुरू कर दिया,करीब 100 से 150 मीटर बनाये गए डिवाइडर और उस पर लगाये गए मोल्ड स्टोन दो महीने भी नही चले और उखाड़कर सड़क पर गिर गए जो निर्माण में भ्रस्टाचार का जीता जागता उदाहरण है।
इतना ही नही ठेकेदार ने जिस काम को लिया है उसकी एमबी में डिसमेंटलिंग का कोई जिक्र नही है जबकि स्टीमेट बनने के दौरान सारी चीजों का जिक्र किया जाता है,लेकिन इस फ़ाइल में डिसमेंटलिंग का कोई जिक्र नही जिसके चलते ठेकेदार धड़ल्ले से डिसमेंटलिंग इस्तेमाल कर मुनाफा कमा रहे है,सूत्रों की माने तो इस मामले की जांच कर रहे नगर निगम के एक बड़े अधिकारी ने भी माना कि गुणवत्ता के साथ कीमत भी ज्यादा लगाई गई है,जिससे नगर निगम को 30 से 40 लाख का नुकसान होगा।
मामले पर नगर आयुक्त निखिल फुण्डे का कहना था कि जांच रिपोर्ट उनके पास आ गई है और वो खुद इस मामले की जांच करेंगे और स्थलीय निरीक्षण करने के बाद दोषियों पर ऐसी कार्यवाही करेंगे जो नगर निगम में नजीर पेश करेगी,जल्द ही जांच पूरी कर दोषियों पर कार्यवाही का आश्वासन भी दिया।