राज्य

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस की सफलता को लेकर शिक्षकों के साथ हुई बैठक 

– जिले के गोगरी रेफरल अस्पताल में  शिक्षकों के साथ हुई बैठक 
– छात्राओं के बीच वितरण होने वाली  आयरन फॉलिक टैबलेट पर हुई  चर्चा 

खगड़िया, 13 अप्रैल-

खगड़िया सहित राज्य के 33 विभिन्न जिलों में आगामी 22 अप्रैल को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस व  26 अप्रैल को माॅप-अप दिवस मनाया जाएगा। उक्त कार्यक्रम की सफलता को लेकर बुधवार को जिले के गोगरी रेफरल अस्पताल परिसर स्थित सभागार हाॅल में शिक्षकों के साथ एक बैठक आहुत की गई। जिसकी अध्यक्षता रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ चंद्रकात ने की। संचालन केयर इंडिया की प्रखंड प्रबंधक नीलम सयानी व बीसीएम प्रभाकर कुमार ने किया। बैठक में उक्त कार्यक्रम के सफल संचालन सुनिश्चित करने को लेकर विस्तृत चर्चा की गई एवं जरूरी एक्शन प्लान भी तैयार किया गया। ताकि जिले में शत-प्रतिशत लाभार्थियों को अल्बेंडाजोल टैबलेट का सेवन कराया जा सके और कार्यक्रम का सफल संचालन सुनिश्चित हो सके। बैठक में प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों के एच एम समेत शिक्षक और शिक्षिकाओं ने भाग लिया। 

– कार्यक्रम की सफलता को लेकर अभियान चलाकर लोगों को किया जाएगा जागरूक : 
गोगरी रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ चंद्रकात ने बताया, 22 अप्रैल को जिले भर में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाना है। जिसकी सफलता को लेकर अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जाएगा और अपने-अपने 01 से 19 आयु वर्ग के के सभी बच्चों को कृमि से समस्या से बचाव के लिए अल्बेंडाजोल टैबलेट सेवन कराने के लिए प्रेरित भी किया जाएगा। साथ ही बचाव से संबंधित अन्य जानकारियाँ भी दी जाएगी। वहीं, उन्होंने बताया, उक्त कार्यक्रम की सफलता को लेकर अभी से आवश्यक तैयारी शुरू कर दी गई है। ताकि हर हाल में निर्धारित समय पर कार्यक्रम का शुभारंभ हो सके और सभी लाभार्थियों को दवाई का सेवन कराया जा सके। 

– विद्यालय की छात्राओं के बीच वितरित होने वाली साप्ताहिक आयरन फॉलिक टैबलेट पर भी की गई चर्चा : 
केयर इंडिया की प्रखंड प्रबंधक नीलम सयानी एवं बीसीएम प्रभाकर कुमार ने बताया, बैठक के दौरान विद्यालय की छात्राओं के बीच वितरित होने वाली साप्ताहिक आयरन फॉलिक टेबलेट पर भी विस्तृत चर्चा की गई। जिसमें बताया गया कि सप्ताह में एक बार विद्यालय में पढ़ने वाली सभी किशोरियों को आयरन फॉलिक टैबलेट का सेवन कराना है। साथ ही बच्चों को एनीमिया प्रबंधन की भी जानकारी देनी है। जिसमें एनीमिया के कारण, लक्षण, उपचार एवं बचाव की विस्तृत जानकारी दी जानी है। ताकि संबंधित किशोरी अपनी परेशानी को शुरुआती दौर में ही समझ सके और ससमय आवश्यक उपचार भी सुनिश्चित हो सके। 

– उम्र के अनुसार खिलाई जाएगी अल्बेंडाजोल की दवा : 
केयर इंडिया के डीटीओ-ऑन चंदन कुमार ने बताया, उक्त कार्यक्रम के दौरान उम्र के हिसाब से निर्धारित डोज के अनुसार दवाई खिलाई जाएगी। जिसमें 1 से 2 वर्ष के बच्चों के अल्बेंडाजोल 400 एमजी टैबलेट का आधा चूरकर पानी के साथ खिलाना है। 2 से 3 वर्ष के बच्चों को अल्बेंडाजोल 400 एमजी का एक टैबलेट चूर कर पानी के साथ खिलाना है। इसके साथ ही 3 से 19 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों और किशोरो को एक पूरा टैबलेट चबाकर खिलाना है। इसके बाद ही पानी का सेवन करना है। इस अति महत्वपूर्ण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए ऑगनबाड़ी सेविका-सहायिका, आशा कार्यकर्ता, जीविका दीदी समेत अन्य सहयोगी संगठन के कर्मियों से सहयोग लिया जाएगा। इसके अलावा इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आवश्यक प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा।

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