सिर्फ रेफर अस्पताल नहीं बने, मरीजों का इलाज भी होना चाहिए
सिविल सर्जन ने नवगछिया अनुमंडल अस्पताल का किया निरीक्षण
अस्पताल में दवा के बारे में भी प्रभारी से ली जानकारी
भागलपुर, 28 मई-
सिविल सर्जन डॉ. उमेश कुमार शर्मा ने शुक्रवार को नवगछिया अनुमंडल अस्पताल का जायजा लिया। अस्पताल में मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में अस्पताल के प्रभारी डॉ. वरुण कुमार से जानकारी ली। सिविल सर्जन ने इस दौरान अस्पताल में बनने वाले ऑक्सीजन प्लांट के लिए जमीन को भी चिह्नित किया। इसके बाद उन्होंने प्रभारी को कोरोना काल में आने वाले अन्य मरीजों का भी बेहतर इलाज करने का निर्देश दिया। सिविल सर्जन ने कहा अनुमंडल अस्पताल नवगछिया सिर्फ रेफर अस्पताल नहीं बनना चाहिए। यहां पर मरीजों का इलाज भी होना चाहिए। इस दौरान सिविल सर्जन ने अस्पताल प्रभारी से दवा के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिया अभी के माहौल में किसी भी हाल में दवा की कमी नहीं होनी चाहिए।
अस्पताल की व्यवस्था में हो रहा सुधारः सिविल सर्जन ने निरीक्षण के दौरान कहा अस्पताल इलाज के लिए भी होना चाहिए। ऐसा बनाने के लिए हम यहां आए हैं। अस्पताल की व्यवस्था में पहले के मुकाबले सुधार हुआ है, लेकिन और सुधार की जरूरत है। अभी के माहौल में जो भी मरीज आए, उसका कोरोना की गाइडलाइन के मुताबिक इलाज करें।
ऑक्सीजन प्लांट बनने के बाद स्वास्थ्यकर्मियों की होगी नियुक्तिः सिविल सर्जन ने कहा अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट चालू हो जाने के बाद यहां पर स्वास्थ्यकर्मियों की नियुक्ति की जाएगी। इससे मरीजों को भी सुविधा मिलेगी और कर्मियों को भी राहत मिलेगी। इस दौरान अस्पताल प्रभारी ने भी अस्पताल में कर्मियों की कमी से होने वाली परेशानी के बारे में सिविल सर्जन को बताया।
कोरोना की गाइडलाइन का कराएं पालनः सिविल सर्जन ने अस्पताल प्रभारी को अस्पताल में आने वाले मरीजों और कर्मियों से कोरोना की गाइडलाइन का पालन कराने का निर्देश दिया। भीड़भाड़ नहीं लगाने और लोगों से मास्क को हर हाल अनिवार्य तौर पर लगाने को कहा गया। सामाजिक दूरी का पालन कराने को भी कहा। टीकाकरण और जांच के दौरान भी इसका पालन कराने का निर्देश उन्होंने अस्पताल प्रभारी को दिया।