पंजाब सरकार के विक्ट्री मार्च खर्च पर हुआ घमासान
पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) सरकारी खजाने के मिसयूज पर घिर गई है। 10 मार्च को चुनावी जीत के बाद आप ने अमृतसर में विक्ट्री मार्च निकाला था। जिसमें भगवंत मान के साथ अरविंद केजरीवाल भी शामिल हुए। इसका 15 लाख का खर्च सरकारी खजाने से किया गया।
तब तक भगवंत मान ने CM पद की शपथ तक नहीं ली थी। RTI एक्ट से इसका खुलासा होने के बाद विरोधियों ने मान सरकार को घेर लिया है। विपक्षी दल नेता प्रताप सिंह बाजवा ने अरविंद केजरीवाल से पूछा कि वह यह पैसा कब लौटाएंगे। वहीं आप इस मुद्दे पर चुप है।
जानते है कहा हुआ खर्च
मानसा के रहने वाले मानिक गोयल ने कहा कि सीएम ने 16 मार्च को शपथ ली। 13 मार्च को विक्ट्री मार्च सरकारी खर्च पर प्रबंध किए गए। इसमें फाइव स्टार होटल में ठहरने और खाने-पीने पर 1.52 लाख, सड़कों को फूल से सजाने पर 4.83 लाख, स्वागती गेट पर 75 हजार, टैंट और कुर्सियों पर 5.56 लाख, ढोल बजाने वालों पर 54,500, बुके पर 1.68 लाख, फुलकारियों पर 18 हजार, गोल्ड प्लेटेड तलवारों पर 34 हजार, फ्लैक्सों पर 45 हजार और फोटोग्राफरों पर 17 हजार 500 आदि रुपए खर्च किए गए। गोयल ने दावा किया कि आप समर्थकों को ले जाने के लिए बसें भी सरकारी खर्चे पर भेजी गई।
बाजवा का तंज- और ये खुद को कट्टर ईमानदार कहते हैं
पंजाब विधानसभा में विपक्षी दल नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि सरकार भी नहीं बनी थी और विक्ट्री मार्च निकाला गया। फाइव स्टोर होटल में रहे। खाना वहां से गया। सोने की प्लेटेड कृपाण दी गई। 2 हजार से ज्यादा बसों का खर्च भी सरकारी खजाने से हुए। इसके बावजूद यह खुद को कट्टर ईमानदार कहते हैं। अरविंद केजरीवाल ईमानदारी की बात करते हैं। पंजाब के खजाने से आपकी पार्टी ने गलत तरीके से पैसा खर्च किया। यह पैसा कब लौटाओगे?।