Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the wordpress-seo domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/u709339482/domains/mobilenews24.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114
Yogi on I.N.D.I.A: विपक्षी एकता को CM योगी ने बताया डॉट-डॉट ग्रुप, कहा- चोला बदलकर कर्मों से मुक्ति नहीं मिलती - Mobile News 24 ✓ Hindi men Aaj ka mukhya samachar, taza khabren, news Headline in hindi.
newsराज्य

Yogi on I.N.D.I.A: विपक्षी एकता को CM योगी ने बताया डॉट-डॉट ग्रुप, कहा- चोला बदलकर कर्मों से मुक्ति नहीं मिलती

CM Yogi on Opposition INDIA

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने इंडिया गठबंधन पर निशाना साधा है।

आदित्यानाथ ने एक इंटरव्यू में कहा कि इंडिया ग्रुप एक डॉट-डॉट ग्रुप है। उन्होंने कहा कि कोई भी अगर चोला बदल ले तो उसको अपने पिछले कर्मों से मुक्ति नहीं मिलती है। योगी ने ज्ञानवापी मामले में दो टूक जवाब द‍िया है। विपक्षी पार्टियों का गुट ‘इंडिया’ 2024 के लोकसभा चुनाव को साधने में जुटा है। विपक्षी नेता विभिन्न मुद्दों पर साथ आते भी दिख रहे हैं और केंद्र को घेर रहे हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने ‘इंडिया’ गठबंधन पर निशाना साधा है।

चोला बदलने से कर्म नहीं छुपते

सीएम योगी आदित्यानाथ ने समाचार एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि इंडिया ग्रुप एक डॉट-डॉट ग्रुप है। उन्होंने कहा कि कोई भी अगर चोला बदल ले तो उसको अपने पिछले कर्मों से मुक्ति नहीं मिलती है।

ज्ञानवापी मामले में दो-टूक

योगी ने ज्ञानवापी मामले में दो टूक जवाब द‍िया है। उन्‍होंने काशी विश्वनाथ मंद‍िर पर बोलते हुए कहा कि अगर उसे मस्‍ज‍िद कहेंगे तो फ‍िर व‍िवाद होगा। मुख्‍यमंत्री ने कहा कि परिसर की दीवारें च‍िल्‍ला च‍िल्‍लाकर अपना सबूत दे रही है।सीएम ने आगे कहा कि त्र‍िशूल मंद‍िर के अंदर मिलना क्या दर्शाता है। उन्होंने कहा कि वहां ज्योतिर्लिंग हैं, देव प्रत‍िमायें हैं। हर चीज सच बता रही हैं।

ज्ञानवापी केस क्या है?

काशी विश्वनाथ मंदिर के पुजारियों के वंशजों ने 1991 में इस मामले को सामने लाया था। उन्होंने जिला अदालत में एक याचिका डाली थी, कि ज्ञानवापी परिसर का निर्माण मुगल सम्राट औरंगजेब के आदेश पर भगवान विश्वेश्वर मंदिर को नष्ट करने के बाद किया गया था।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *