कोरोना ने किया व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन
बिना मास्क लगाए लोग घरों से निकलने से कर रहें परहेज
बाहर से घर आने के बाद सेनिटाइजर का इस्तेमाल कर रहे
भागलपुर, 12 अगस्त
तिलकामांझी के सुरखीकल के रहने वाले राकेश कुमार झा घर से निकलते वक्त मास्क पहनना नहीं भूलते हैं। वापस आने पर हैंड सेनिटाइजर का इस्तेमाल जरूर करते हैं। इतना ही नहीं, घर के आसपास के रहने वाले लोगों को भी मास्क पहनने और हैंड सेनिटाइजर का इस्तेमाल करने के लिए जागरूक कर रहे हैं। उन्हें इस काम में मोहल्ले के अन्य लोगों का भी सहयोग मिल रहा है।
यह बदलाव मोहल्ले के लोगों में कोरोना ने ला दिया है। अभी कुछ महीने की ही बात है। ये लोग बेफिक्र होकर घूमा करते थे। न सेनिटाइजर का इस्तेमाल करते थे और न ही मास्क लगाते थे। आखिर ये बदलाव कैसे आया? राकेश कहते हैं जिस तरह कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है, उसमें लोगों को खुद भी सजग रहना होगा। सिर्फ सरकार के भरोसे हम कोरोना को नहीं हरा सकेंगे, बल्कि सरकार को हमलोग सहयोग कर कोरोना की प्रति लड़ाई को आगे बढ़ाने की जरूरत है। शुरुआत में लोग इसकी गंभीरता को नहीं समझ सके थे। इसी वजह से सतर्कता नहीं बरत रहे थे, लेकिन जैसे ही मोहल्ले के कुछ लोगों की मौत हुई और संक्रमितों की संख्या बढ़ी, इसके बाद वे लोग सतर्क हो गए हैं।
मोहल्ले के लोगों को भी कर रहे सजग: यह कहानी सिर्फ राकेश की ही नहीं है। उन्हीं के मोहल्ले के रहने वाले मिहिर मिश्रा की दिनचर्या काफी बदल गई है। वह आसपास के रहनेवालों को मास्क और सेनिटाइजेशन के प्रति जागरूक कर रहे हैं। साथ ही सामाजिक दूरी का भी पाठ पढ़ा रहे हैं। मिहिर कहते हैं कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई अब काफी बड़ी होती जा रही है। इसमें लोगों का सहयोग बहुत आवश्यक है। यही कारण है कि वह अब खुद के साथ लोगों को भी जागरूक कर रहे हैं।
कोरोना के साथ जीने की डालनी होगी आदत: मिहिर के पड़ोस में रहने वाले पंकज कुमार तो घर के सामने से जाने वालों को मास्क पहनने की ताकीद करना नहीं भूलते हैं। झुंड में जा रहे लोगों को सामाजिक दूरी का पालन करने की अपील जरूर करते हैं। पंकज कहते हैं कि अब सबको कोरोना के साथ जीने की आदत डालनी होगी। चार महीने से ज्यादा समय बीत गए, लेकिन अबतक इस पर लगाम नहीं लग सकी है। इसलिए हमलोगों को न सिर्फ खुद सतर्क रहना चाहिए, बल्कि पड़ोस के लोगों को भी स्वच्छता के प्रति जागरूक करना चाहिए।
मास्क लगाए लोगों को नहीं आने देते हैं दुकान: इसी मोहल्ले के सोनाजी साइफर कैफे चलाते हैं। बिना मास्क के किसी को भी वह अपनी दुकान में नहीं घुसने देते हैं। साथ ही दुकान में घुसते के साथ ही उसे हैंड सेनिटाइजर देना नहीं भूलते हैं। सोनाजी कहते हैं दुकान में बहुत तरह के लोग आते हैं। कौन-कहां से आता है, यह पता नहीं रहता है। इसलिए दुकान में घुसने से पहले वह लोगों को हैंड सेनिटाइज करने के लिए कहते हैं। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सभी की जिम्मेदारी बनती है। इसलिए सभी को मिलकर काम करना चाहिए।
मोहल्ले वाले सराहनीय काम कर रहे हैं: डीपीएम डॉ. फैजान अशर्फी कहते हैं कि इस तरह से लोगों का जागरूक होना बहुत ही सराहनीय कदम है। अगर समाज के लोगों का इस तरह से सहयोग मिलेगा तो कोरोना को हम जरूर हराकर ही दम लेंगे। अभी कोरोना को जागरूकता से ही हम मात दे सकते हैं।