Bihar Political: CM नीतीश कुमार राजभवन पहुंचे, और दिया CM पद से इस्तीफा
बिहार में नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़ दिया. जेडीयू विधायकों और सांसदों के साथ हुई बैठक के बाद सीएम नीतीश कुमार ने ये एलान कर दिया, सूत्रों के मुताबिक, जेडीयू नेताओं ने बैठक में आरोप लगाया कि बीजेपी ने धोखा दिया है. बीजेपी से अलग होने की अपील की गई, जिसके बाद नीतीश कुमार ने गठबंधन खत्म होने की चर्चा के बीच राजभवन पहुंचे और बिहार के राज्यपाल फागु चौहान से मुलाकात के बाद नीतीश कुमार ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देने के बाद नीतीश कुमार राजभवन से निकल गए हैं. नीतीश कुमार अब आरजेडी नेता राबड़ी देवी के घर की ओर रवाना हो गए हैं. बता दें कि राबड़ी देवी के घर पर ही तेजस्वी यादव भी रहते हैं. सूत्रों के मुताबिक, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे.
वहीं सीएम नीतीश ने कहा कि बीजेपी ने हमेशा अपमानित किया और जदयू को खत्म करने की साजिश रची. बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार कुल 160 विधायकों के समर्थन पत्र के साथ राज्यपाल से मुलाकात करेंगे. इसके बाद सरकार बनाने का दावा पेश करने की संभावना है. राजद के 79, जेडीयू के 45, लेफ्ट पार्टी के 19, कांग्रेस के 16 और 1 निर्दलीय विधायकों के समर्थन का दावा किया जा रहा है. दूसरी तरफ, बदलते सियासी समीकरण के बीच बिहार बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक पटना में होने वाली है.
जेडीयू सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि 2013 से ही बीजेपी धोखा दे रही है. ललन सिंह ने आगे कहा कि 2020 से बीजेपी ने पीठ में छुरा घोंपा है. उन्होंने कहा कि अब हमारा बीजेपी से गठबंधन नहीं रहेगा.
नई सरकार के गठन के साथ ही दोनों गठबंधनों का रूप भी बदलेगा। नीतीश कुमार को मुकेश सहनी की वीआइपी ने भी समर्थन दे दिया है। जीतन राम मांझी पहले से ही नीतीश कुमार के साथ हैं। ऐसे में नीतीश के सहारे ये दोनों दल महागठबंधन का हिस्सा बनते दिख रहे हैं। महागठबंधन में पहले से ही आरजेडी, कांग्रेस और वाम दल शामिल हैं। दूसरी तरफ बीजेपी अलग-थलग नजर आ रही है। हालांकि, पशुपति कुमार पारस ने बीजेपी के साथ एनडीए में बने रहने की बात कही है। अब दिलचस्प यह होगा कि चिराग के साथ पारस एक साथ एनडीए में कैसे सामंजस्य बैठाते हैं। चिराग खुद को एनडीए का हिस्सा बताते रहे हैं।