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बैकफुट पर ड्रैगन, भारत के इस पैंतरे से पस्त हुआ चीन; आयात में 23 फीसद से ज्यादा की गिरावट

GTRI ने अपने रिपोर्ट में यह दावा किया है कि पिछले वित्त वर्ष में भारत ने आयात के मामले में इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस पर निर्भरता कम की है। लैपटॉप पीसी के आयात में कुल 23 फीसदी की कमी आई है। वहीं मोबाइल फोन का आयात 4.1 प्रतिशत घटा है। : भारत में होने वाले आयात को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। ग्लोबल ट्रे़ड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन से इलेक्ट्रॉनिक सामान के आयात में गिरावट आई है। 2022-23 में चीन से लैपटॉप, पर्सनल कंप्यूटर (PCs), इंटीग्रेटेड सर्किट और सोलर सेल जैसे इलेक्ट्रॉनिक सामान के आयात में कमी आई है

इस वजह से आई गिरावट

जीटीआरआई की रिपोर्ट के मुताबिक इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं में आयात में गिरावट पीएलआई (प्रोडक्शन लिंकड इनिशिएटिव) की वजह से आई है। केंद्र सरकार ने इस योजना को मार्च 2020 में लॉन्च किया था।

सरकार ने इस योजना की शुरुआत घरेलू उत्पादन को बढ़ाने और आयात बिल को कम करने के लिए किया था, जिसका इस रिपोर्ट में साफ असर दिख रहा है। इस योजना के तहत केंद्र सरकार कंपनियों को भारत में बने प्रोडक्ट की बिक्री के आधार पर इंसेंटिव देती है।

23 फीसदी लैपटॉप और 4 फीसदी मोबाइल फोन का घटा आयात

रिपोर्ट के मुताबिक, 2021-22 की तुलना में पिछले वित्त वर्ष में लैपटॉप और पीसी का आयात 23.1 प्रतिशत घटकर 4.1 अरब डॉलर और मोबाइल फोन का आयात 4.1 प्रतिशत घटकर 85.7 करोड़ डॉलर रह गया।

इसके अलावा इंटीग्रेटेड सर्किट का इनबाउंड शिपमेंट 4.5 प्रतिशत घटकर 4.7 अरब डॉलर रह गया। 2022-23 में यूरिया और अन्य उर्वरकों का आयात 26 प्रतिशत घटकर 2.3 अरब डॉलर रह गया।

चिकित्सा उपकरणों का आयात भी घटा

रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2021-22 की तुलना में पिछले वित्त वर्ष में चिकित्सा उपकरणों का आयात 13.6 प्रतिशत घटकर 2.2 बिलियन अमरीकी डॉलर रह गया। इसके अलावा सोलर सेल, पुर्जे, डायोड का आयात 2022-23 में 70.9 प्रतिशत घटकर 1.9 अरब डॉलर रह गया।

96 फीसदी बढ़ा लिथियम आयन बैटरी का आयात

जीटीआरआई के अनुसार, भारत ने लिथियम आयन बैटरी के आयात में रिकॉर्ड बढ़ोतरी की है। रिपोर्ट के मानें तो भारत ने लिथियम-आयन बैटरी का आयात पिछले वित्त वर्ष में लगभग 96 प्रतिशत बढ़कर 2.2 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया।

भारत में तेजी से बढ़ते इलेक्ट्रिक वाहनों की डिमांड के चलते ये वृद्धि दर्ज की गई है। इसके अलावा चीन से मशीनरी, रसायन, स्टील, पीवीसी राल और प्लास्टिक के आयात में वृद्धि शामिल है।

गिरावट के बावजूद चीन सबसे बड़ा आयातक

रिपोर्ट के मुताबिक चीन से आयात में आई गिरावट के बावजूद भारत चीनी सामान का सबसे बड़ा आयातक रहा है। भारत अब भी चीन के विभिन्न सामानों पर निर्भर है। 2022-23 के दौरान चीन से भारत का कुल आयात लगभग 91 बिलियन अमरीकी डालर तक पहुंच गया। 2021-22 में यह 94.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर था।

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