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सर्दी, खांसी और बुखार हो तो जांच कराएं, डरे नहीं

-बुखार होने से जरूरी नहीं कि आप कोरोना की चपेट में आ गए
-समय पर इलाज शुरू हो जाने से जल्द हो जाएंगे स्वस्थ

बांका, 18 दिसंबर।
सर्दी के मौसम में आम तौर पर सर्दी, बुखार और खांसी के मामले बढ़ जाते हैं। अभी कोरोना काल भी चल रहा है। कोरोना का भी लक्षण इन्हीं बीमारियों से मिलता- जुलता है। इस वजह से लोग जांच कराने से डरने लगते हैं। लोगों के मन में इस बात का डर रहता है कि जांच कराने पर कहीं कोरोना नहीं निकल जाए। ऐसे लोगों को डरना नहीं चाहिए, बल्कि जांच करानी चाहिए। अगर कोरोना हो भी गया तो सही समय पर पता चल जाने से उसका इलाज शुरू हो जाएगा और लोग जल्द स्वस्थ हो जाएंगे।

जांच और इलाज तत्काल करवाने से व्यक्ति जल्द स्वस्थ हो जाता —
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ सुनील कुमार चौधरी कहते हैं कि दरअसल कोरोना का डर अभी लोगों के मन से गया नहीं है। सर्दी, बुखार होने पर भी उन्हें कोरोना का डर सताने लगता है, जबकि ऐसा होना नहीं चाहिए। अगर कोई व्यक्ति बीमार पड़ता है तो उसकी जांच और इलाज तत्काल करवाने से वह व्यक्ति जल्द स्वस्थ हो जाता है। साथ में दूसरे व्यक्ति भी संक्रमित होने से बच जाता है।

कोई जरूरी नहीं कि आपको कोरोना ही हो:
डॉक्टर चौधरी कहते हैं कि अगर आप ने जांच नहीं कराई और आप कोरोना से पीड़ित हैं तो अनजाने में आप कई और लोगों को संक्रमित कर सकते हैं। इसलिए इस तरह की लापरवाही नहीं बरतें और सर्दी, बुखार खांसी होने पर तत्काल डॉक्टर को दिखा कर अपनी जांच करा लें। कोई जरूरी नहीं है कि आपको कोरोना ही होगा। अगर 3 दिनों तक लगातार बुखार रहा हो तभी आप कोरोना के शिकार हो सकते हैं।

घर के सदस्यों से बनाएं दूरी:
डॉ. चौधरी कहते हैं कि अगर आप सर्दी- खांसी और बुखार से पीड़ित हों तो घर के सदस्यों से दूरी बनाकर रखें। लोगों से बात करते वक्त मास्क लगा लें। ऐसा करने से आप दूसरों को संक्रमित नहीं कर सकेंगे। कोरोना हो या कोई और बीमारी, जागरूकता से ही इस पर लगाम लगाया जा सकता है। इसके लिए अपने बचाव के साथ दूसरों का भी बचाव जरूरी है। इसलिए अगर इस तरह की शिकायतें सामने आए तो घर के सदस्यों से दूरी बना कर रहें। बाहर जाने से बचें। अगर घर से बाहर जाएं तो सामाजिक दूरी का पालन अवश्य करें।

खुद से इलाज नहीं करें:
ऐसा देखा जाता है कि जो लोग डॉक्टर से दिखाने से डरते हैं, ऐसे लोग अपना इलाज खुद ही शुरू कर देते। बहुत हुआ तो मेडिकल दुकानवालों से सलाह लेकर दवा का सेवन कर लेते हैं। ऐसा बिल्कुल भी ना करें। ऐसा करना सही नहीं है। दवा का विपरीत असर (साइड इफेक्ट) भी होता है। बीमार पड़ने पर डॉक्टर को दिखाकर उनकी सलाह पर ही दवा का सेवन करें।

कोविड 19 के दौर में रखें इसका भी ख्याल:
• व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.
• बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.
• साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
• छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढकें .
•उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके.
•घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
•बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें.
•आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.
•मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें
•किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों
•कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें
•बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें

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