Kedarnath Dham: में कावर लेने पहुंचे भरी संक्या में भक्त , गंगोत्री से केदारनाथ पैदल यात्रा और मौसम भी है खराब
इन दिनों धर्मनगरी में कदम-कदम पर धर्म-अध्यात्म की गंगा बह रही है।
एक छोर से दूसरे छोर तक आस्था के रंग में रंगे कांवड़ यात्री गंगा जल लेकर डग भर रहे हैं। धर्मनगरी में कदम-कदम पर धर्म-अध्यात्म की गंगा बह रही है। धार्मिक गीतों की स्वर लहरियां गूंज रही हैं। एक छोर से दूसरे छोर तक आस्था के रंग में रंगे कांवड़ यात्री गंगा जल लेकर डग भर रहे हैं। जगह-जगह पुष्प वर्षा से शिव भक्तों का स्वागत हो रहा है।
इस बार कांवड़ यात्रा पर पांच करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान
कहा कि सरकार की ओर से कांवड़ यात्रियों के लिए विभिन्न स्थानों पर अस्थायी चिकित्सा शिविर, शौचालय, , पेयजल, पथ प्रकाश आदि की समुचित व्यवस्था की गयी है। बीते वर्षों के मुकाबले इस बार व्यवस्थाओं को और अधिक सुधारा गया है। पिछले वर्ष कांवड़ यात्रा में जहां करीब चार करोड़ श्रद्धालु आए वहीं इस बार पांच करोड़ के आसपास श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। शिव भक्तों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए शासन प्रशासन पूरी तरह तैयार है।
मन में भोलेनाथ को बसाकर आई भक्तों की टोली
कहते हैं कि Kedarnath में शिव और शक्ति विराजमान हैं। सुबह की पूजा के वक्त सारे देवी-देवता भी आते हैं। कुछ ऐसा ही आभास उन भक्तों को हो रहा था, जो मन के मंदिर में भोलेनाथ को बसाकर आए हैं। प्रशासनिक इंतजाम चुस्त है। बाह्य अरघा के लिए भी कतारें लगने लगी हैं। यह कतार मंदिर स्वास्थ्य उपकेंद से मंदिर प्रांगण में प्रवेश कर रही है।