मुकुल रोहतगी बनेंगे देश के अगले अटॉर्नी जनरल, केके वेणुगोपाल की लेंगे जगह
सीनियर एडवोकेट मुकुल रोहतगी (Mukul Rohatgi) भारत का नया अटार्नी जनरल नियुक्त किया जाएगा। 1 अक्टूबर से वे इस पद का अपना कार्यभार संभालेंगे। मुकुल रोहतगी ने 2014 से 2017 तक केंद्र की मोदी सरकार के पहले 3 वर्षों के दौरान अटॉर्नी जनरल के रूप में पदभार संभाला था. रोहतगी केके वेणुगोपाल की जगह लेंगे. सरकार ने 90 वर्षीय वेणुगोपाल का कार्यकाल एक बार फिर बढ़ाने की पेशकश की थी. लेकिन बढ़ती उम्र और स्वास्थ्य का हवाला देते हुए उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया. देश के टाप वकीलों में से एक मुकुल रोहतगी ने इस कार्यभार को संभालने की सहमति दी है। इससे पहले साल 2014 में उन्हें तीन साल के लिए अटार्नी जनरल बनाया गया था।
बता दें कि वेणुगोपाल ने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट को संकेत दिया था कि वह 30 सितंबर के बाद पद पर नहीं होंगे. इस साल जून के अंत में वेणुगोपाल का कार्यकाल 3 महीने के लिए बढ़ा दिया गया था. सेवा विस्तार मिलने का बाद बतौर अटॉर्नी जनरल उनका कार्यकाल 30 सितंबर 2022 को समाप्त होने वाला है. अटार्नी जनरल का कार्यकाल आमतौर पर तीन साल का होता है। के के वेणुगोपाल का इस पद पर पहला कार्यकाल साल 2020 में समाप्त होना था उस वक्त उन्होंने सरकार से उनकी बढ़ती उम्र के कारण उन्हें उनकी जिम्मेदारियों से मुक्त करने का अनुरोध किया था। लेकिन बाद में उन्होंने एक वर्ष के नए कार्यकाल को स्वीकार कर लिया था।