कोरोना वीर से नहीं बनाए सामाजिक दूरी
- कोरोनावीर को लेकर जागरुक कर रहा स्वास्थ्य विभाग
- कोरोना को मात देने वालों को दोबारा संक्रमित होने का खतरा कम
बांका, 3 सितंबर
जिले में रिकवरी रेट बढ़ने के साथ ही कोरोना को मात देकर घर आने वालों की संख्या भी काफी बढ़ गई है। ऐसे लोगों को कोरोना वीर की संज्ञा दी गई है। स्वास्थ्य विभाग इन दिनों इन वीरों का मान बढ़ाने में लगा है और जागरुकता फैलाकर ऐसे लोगों से सामाजिक दूरी नहीं बनाने की अपील कर रहा है। कोरोना को हराने वाले एक नजीर हैं और विभाग इसे नजीर के रूप में ही लोगों के सामने प्रस्तुत कर रहा है। हालांकि कुछ भ्रांतियां हैं जिस कारण से लोग ऐसे योद्धाओं से शारीरिक दूरी बना रहे हैं। इस दूरी को दूर करने के लिए विभाग लगातर जागरुकता का प्रयास कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कोरोना को मात देने के बाद ऐसे मरीजों को दोबारा कोरोना होने का खतरा सामान्य लोगों की अपेक्षा काफी कम रहता है।
- बचाव जरुरी लेकिन सामाजिक दूरी नहीं
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ सुनील कुमार चौधरी कहते हैं कि यह बात सही है कि कोरोना संक्रमित से फैलता है। इसलिए इससे बचाव भी जरूरी है, लेकिन कोरोना को मात दे चुके लोगों से भेदभाव ठीक नहीं है। साथ ही कोरोना पीड़ित मरीजों से सिर्फ शारीरिक दूरी बना कर रखें, सामाजिक नहीं। अब ज्यादातर लोग कोरोना की चपेट में आने के बाद होम आइसोलेशन में ही रह रहे हैं। इस वजह से लोगों को यह बात भी आसानी से पता चल जा रही है कि कौन कोरोना पीड़ित है और कौन नहीं। इसलिए इस समय ना सिर्फ कोरोना मरीजों को मानसिक तौर पर समर्थन करने की जरूरत है, बल्कि उनकी उचित देखभाल भी होनी चाहिए। इसके लिए ना सिर्फ कोरोना मरीज के परिजन, बल्कि समाज के अन्य लोगों को भी जागरूकता का काम करना चाहिए। - नकारात्मक सोच को नहीं होने दें हावी
कोरोना पीड़ित मरीज या फिर कोरोना को मात दे चुके लोगों के प्रति मन में नकारात्मक सोच नहीं रखना चाहिए। इससे उन्हें फिर से सामाजिक जीवन में वापसी करने में मदद मिलेगी। अक्सर देखा जाता है कि कराना को मात दे चुके लोगों से लोग समाज में दूरी बनाकर रखते हैं। ऐसा करना ठीक नहीं। अगर आप सकारात्मक सोच रखेंगे तो कोरोना से आपका भी बचाव होगा। - मास्क लगाएं और घरों से कम निकलें
कोरोना से बचाव का सबसे बेहतर तरीका है कि घर से कम निकले। अगर निकलें तो मास्क जरूर लगाएं। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें। इस तरह का व्यवहार करने से कोरोना से बचाव आसान होगा। सावधानी ही कोरोना से बचाव हो सकता है और यही इसका सबसे कारगर हथियार भी है, इसलिए व्यवहार में यही परिवर्तन लाकर बचाव करें व सुरक्षित रहें। - इन बातों का रखें ख्याल:
- छींकते और खांसते समय मुंह पर कपड़ा लगाएं।
- खांसते छींकते समय मुंह पर लगाए गए टिशू पेपर को तुरंत किसी बंद डस्टबिन में फेंक दें।
- अगर आपको बुखार, खांसी और सांस में लेने में तकलीफ है तो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें।
- डॉक्टर से सलाह लेते समय मुंह को मास्क या कपड़े से अच्छी तरह से ढकें रहें।
- अगर आप कोरोना वायरस के शिकार हैं तो अपना ध्यान रखने के साथ-साथ दूसरों को भी बचाएं।
- अपने हाथों से आंख, मुंह या नाक पर बार-बार हाथ न लगाएं, यदि ऐसा करते भी हैं तो साबुन या सेनिटाइजर से हाथों को अच्छी तरह साफ करें।
- सार्वजनिक स्थलों पर भी स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें, राह चलते यूं ही सकड़ पर न थूकें।