स्वास्थ्य

पोषण माह की सफलता को लेकर जिले में किया गया पोषण परामर्श केंद्र का स्थापना

• जिलाधिकारी ने किया उदघाटन

• कुपोषणमुक्त समाज निर्माण को लेकर लोगों को किया जाएगा जागरूक

खगड़िया, 05 सितम्बर, 2020
कुपोषणमुक्त समाज का निर्माण के लिए पूर्व की भाँति भी इस माह को पोषण माह के रूप में मनाया जाएगा और लोगों को जागरूक करने के लिए तरह-तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए जिले मुख्यालय परिसर स्थित आईसीडीएस कार्यालय के सामने पोषण परामर्श केंद्र का स्थापना किया गया है। जिसका उदघाटन जिलाधिकारी डॉ आलोक रंजन घोष ने फीता काटकर किया।

स्वस्थ शरीर से ही स्वस्थ मानसिकता का होता है निर्माण

इस मौके पर जिलाधिकारी डॉ आलोक रंजन घोष ने कहा कि स्वस्थ शरीर से ही स्वस्थ मानसिकता का निर्माण होता है और बच्चों का स्वस्थ सेहत का भी निर्माण होता है। इसीलिए बेहतर समाज के निर्माण के लिए यह आवश्यक है कि इस पीढ़ी को अच्छा पोषण मिले और वह सुरक्षित रहे। सभी माताओं का यह दायित्व है कि बच्चों में कुपोषण की समस्या को दूर करने के लिए साफ सफाई पर ध्यान दें , नियमित रूप से खाने से पहले व खाने के बाद अच्छी तरह से हाथ धोया जाए एवं शौचालय करने के बाद हाथ पैर धोया जाय। कुपोषण की समस्या तभी दूर हो सकती है जब बच्चों को स्वच्छता के बारे में बताया जाएगा।

पोषणमाह को सफल बनाने के लिए मौजूद पदाधिकारियों व कर्मियों ने ली शपथ

उदघाटन के मौके पर मौजूद सभी पदाधिकारियों व कर्मियों ने पोषण माह को सफल बनाने के लिए शपथ लिए और हर हाल में कुपोषणमुक्त समाज निर्माण का संदेश दिया। साथ ही समाज के हर लोगों को जागरूक करने के लिए आवश्यक योजना बनाई
उचित पोषण से बच्चों की बढ़ती है प्रतिरोधक क्षमता

आईसीडीएस के जिला प्रोग्राम पदाधिकारी नीना सिंह ने कहा कि बच्चों के स्वस्थ शरीर निर्माण के लिए उचित पोषण की बेहद आवश्यक होती है, इससे बच्चों का प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और बच्चों का स्वास्थ्य बेहतर रहता है। इसी के मद्देनजर ऑगनबाड़ी केंद्र का संचालन बंद रहने के बाबजूद सेविका द्वारा घर-घर जाकर दूध पैकेट का वितरण किया जा रहा है।

जागरूकता के लिए चलाया जा रहा अभियान

राष्ट्रीय पोषण मिशन के जिला समन्वयक अंम्बुज कुमार ने बताया कि पोषण माह को सफल बनाने के ऑटो, ई रिक्सा समेत अन्य वाहनों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान समाज के हर लोगों तक पोषण का संदेश पहुँचाया जा रहा है। ताकि कुपोषण मुक्त समाज का निर्माण हो सकें। वर्ष 2020 राष्ट्रीय पोषण माह का थीम “किचन गार्डन को बढ़ावा देने के लिए गंभीर तीव्र कुपोषण (सैम) और वृक्षारोपण के साथ बच्चों की पहचान और ट्रैकिंग रखी गई है।

जिला से लेकर गाँव स्तर पर कार्यक्रम का होगा आयोजन

सही पोषण की जानकारी हर घर तक पहुँचे इसके लिए जिला से लेकर गाँव स्तर पर पूरे माह तरह-तरह के कार्यक्रम का आयोजन होगा। प्रथम सप्ताह में घर-घर क्यारी, पोषण थाली अभियान का शुभारंभ सह पौधा रोपण, जननी सेवा, गोदभराई दिवस, पोषण नारों का दीवार लेखन के साथ-साथ ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस (भीएचएसएनडी) का आयोजन किया जाएगा। दूसरे सप्ताह में भी इन गतिविधियों के अलावा बच्चों के प्रति उत्तरदायी व्यवहार के लिए ‘सजग’ कार्यक्रम, तीसरे सप्ताह में शिशु देखभाल, अन्नप्राशन दिवस एवं चौथे व पांचवे सप्ताह में वृद्धि निगरानी द्वारा अतिकुपोषित बच्चों की पहचान, 3-6 वर्ष के बच्चों के साथ केंद्र में चित्रांकन प्रतियोगिता का संचालन जैसे कार्यक्रमों का संचालन करवाया जाएगा।

विभिन्न विभागों द्वारा मिलेगा सहयोग

पोषण माह के सफल संचालन के लिए समेकित बाल विकास परियोजना (आईसीडीएस) विभाग को अन्य विभागों व लोगों का भी सहयोग मिलेगा। इसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्रामीण विकास, जीविका, पीएचईडी इत्यादि के साथ-साथ राष्ट्रीय पोषण अभियान के लिए जिला में कार्यरत जिला समन्वयक, जिला परियोजना सहायक, स्वास्थ्य भारत प्रेरक, पिरामल फाउंडेशन, केयर इंडिया व यूनिसेफ द्वारा भी आवश्यक सहयोग लिया जाएगा।

इस मौके पर वरीय उप समाहर्ता शत्रुंजय मिश्रा, आईसीडीएस के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी नीना सिंह, एनएनएम के जिला समन्वयक अंम्बुज कुमार, सीडीपीओ कामिनी कुमारी समेत जिले के विभिन्न बाल बिकास परियोजना कार्यालय के सीडीपीओ, महिला सुपरभाइजर समेत अन्य पदाधिकारी व कर्मी उपस्थित थे।

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