OpenAI के सीईओ सैम अल्टमैन ने बताया ChatGPT पर नहीं है पूरा भरोसा
OpenAI CEO OpenAI के सीईओ ने पीएम मोदी से मुलाकात की।
उन्होंने बताया कि हम एआई जैसे तकनीक पर पूरी तरह से भरोसा नहीं कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि सीईओ ने एआई को लेकर और क्या कहा है? OpenAI के सीईओ सैम अल्टमैन ने गुरुवार को कहा कि कंपनी को केवल एआई के भरोसे नहीं छोड़ना चाहिए। इंडस्ट्री में सेल्फ रेगुलेशन होना बहुत जरूरी है। इंटस्ट्री को एआई के भरोसे छोड़ने पर दिक्कत हो सकती है। OpenAI के सीईओ सैम अल्टमैन ने गुरुवार को कहा कि कंपनी को केवल एआई के भरोसे नहीं छोड़ना चाहिए। इंडस्ट्री में सेल्फ रेगुलेशन होना बहुत जरूरी है। इंटस्ट्री को एआई के भरोसे छोड़ने पर दिक्कत हो सकती है। में फायरसाइड चैट के दौरान सवाल के जवाब सेशन में उन्होंने कहा कि OpenAI खुद को सेल्फ रेगुलेट कर देता है। चैट-जीपीटी सुरक्षित है इसके लिए 8 महीने का समय चाहिए। इन 8 महीने के खर्चे के बाद ही के यह सुनिश्चित हो सकता है।
चैट-जीपीटी की सुरक्षा को लेकर अल्टमैन ने कहा
OpenAI ने कई बाहरी संगठन के साथ काम किया है। इसका उद्देश्य यह था कि चैट-जीपीटी की लिमिट कितनी होनी चाहिए। हमें एक संगठन के जैसा काम नहीं करना चाहिए, बल्कि हमें मिल जुल कर काम करना चाहिए। अगर हम एआई को मजबूत तकनीक मानते हैं तो ये गलत है। हमें कंपनी को एआई के भरोसे नहीं छोड़ना चाहिए। हम इस तकनीक को जितना शक्तिशाली समझते हैं उतनी शक्तिशाली नहीं है।
दुनिया भर में कई लोग अब शैक्षणिक उद्देश्यों, प्रौद्योगिकी विकास, सॉफ्टवेयर कोड लिखने आदि के लिए चैटजीपीटी का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस वजह से दुनिया भर में एआई के रेगुलेशन और प्रौद्योगिकी के नैतिक उपयोग के लिए दिशानिर्देश जारी होने चाहिए।
भारत में कर सकते हैं निवेश
OpenAIका भू-राजनीति के प्रभाव के बारे में अल्टमैन ने बताया कि इस बात पर कोई निश्चितता नहीं है। महाशक्तियाँ कैसे प्रौद्योगिकी के विकास को प्रभावित कर सकती हैं।
अल्टमैन भारतीय स्टार्टअप्स में निवेश कर सकते हैं। लेकिन दूसरी तरफ भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग ने एआई को लेकर चेतावनी दी है कि एआई के आने से मानव जाति का अंत हो सकता है।
AI (Artificial Intelligence) के गॉडफादर कहे जाने वाले जेफ्री हिंटन ने रोबोट सोल्जर्स को लेकर बड़ी चेतावनी दी है. उनका कहना है कि रोबोट सोल्जर्स ‘बेहद खतरनाक’ होंगे और इनके रहते युद्ध की संभावना भी ज्यादा होगी.