कुछ घंटों की बारिश में बहे पटना नगर निगम के वादे
कुछ घंटों की बारिश में बहे पटना नगर निगम के वादे; लोग बोले-विकास डूब गया:कहीं धंसी सड़क..कहीं मार्केट पानी-पानी
पटना में मानसून की पहली जोरदार बारिश ने जहां लोगों को गर्मी से राहत दी। वहीं पटना पानी-पानी हो गया। राजधानी के कई पॉश इलाकों में घुटने से ऊपर पानी भर गया है। इसके साथ ही विधायक और जज आवास के सामने की सड़क धंस गई।
कहीं मार्केट में पानी भर गया, तो कहीं दुकानों में बुरी तरह से पानी घुस गया है। कई इलाकों में जल-जमाव है। पानी भर जाने से लोगों को काफी परेशानियों का सामान करना पड़ रहा है। पटना में झमाझम बारिश में एक बार फिर से नगर निगम सारे दावे भी बह गए। लोगों का कहना है कि बरसात में सीएम नीतीश कुमार का विकास डूब जाता है। हर साल की यही कहानी है।
राजेंद्र नगर का हाल बुरा
कुछ घंटों की बारिश से पटना के राजेंद्र नगर इलाके की सड़कें डूब गईं। स्थानीय निवासी संदीप कुमार ने बताया कि कुछ घंटे की बारिश के बाद ही जल जमाव की स्थिति बन गई। नगर निगम की तरफ से कई बार यह वादा किया गया कि ड्रेनेज सिस्टम को ठीक कर लिया गया है, लेकिन बारिश ने सारी पोल खोल कर रख दी। स्कूल जाने वालों बच्चों के साथ ही दफ्तर निकलने वालों को जल जमाव की वजह से काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोग घुटने भर भरे पानी में चलकर जाने को मजबूर हैं।
वीर चंद पटेल पथ के पास धंसी जमीन
पटना के वीर चंद पटेल पथ के पास कई जगह जमीन धंस गई है। दरअसल नमामि गंगे योजना के तहत वीर चंद पटेल पथ स्थित जज आवास के पास खुदाई कर पाइप लाइन बिछाई गई थी। ऊपर से मिट्टी से भर दिया गया था।
शुक्रवार की सुबह जस्टिस संदीप कुमार को जब उनकी गाड़ी लेने पहुंची तो उनकी गाड़ी के चक्के जमीन में धंस गए। ड्राइवर ने बताया कि सर को सुबह निकला था। वो सुबह 4 बजे उन्हें लेने आया था। जमीन धंसने की वजह से उनकी गाड़ी फंस गई। घंटों की मशक्कत के बाद गाड़ी को निकाला जा सका।
नीतीश कुमार का विकास डूब जाता है….’
खेतान मार्केट के पास दुकान के अंदर पानी भर जाने से लोग काफी परेशान हैं। वहां पर मौजूद दुकानदार कृष्ण कुमार ने बताया कि पानी भर जाने से दुकान के अंदर का जो सामान है वह खराब हो रहा है। सरकार तो हमेशा से बोलती है कि अब अगली बार जब बारिश होगी तो पानी नहीं जमेगा। लेकिन हर बरसात में यही हाल होता है।
रमेश कुमार ने कहा कि बारिश में हमारे नीतीश कुमार का विकास डूब जाता है। पटना के खेतान मार्केट का यह हाल है इसकी गिनती वीआईपी इलाके में होती है। जगह-जगह पर नाला भी खुला हुआ है। जल जमाव के कारण हमें यह डर लग रहा है कि पता नहीं कब कौन नाले में गिर जाए।
नगर निगम की खुली पोल
बता दें कुछ घंटों की बारिश ने ही पटना नगर निगम के दावों की पोल खोल दी है। मानसून से पहले नगर निगम ने दावा किया था कि इस बार जल-जमाव की स्थिति नहीं होगी लेकिन हर साल की तरह इस बार भी नगर निगम के दावा फेल हो गया। पटना में बीते 24 घंटों के दौरान 26.3 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।