कोरोना काल में लोगों की सोच बदल रहे युवा, समझा रहे संक्रमण का खतरा
– भविष्य की सुरक्षा के लिए अवसर देने वालों को आगे आने की हो रही है अपील – मास्क और सैनिटाइजर के उपयोग को लेकर क्षेत्र के युवा लोगों को कर रहे हैं जागरुक
मुंगेर, 05 सितम्बर
कोरोना काल में युवा जागरुकता की अलख जगा रहे हैं। मास्क और सैनिटाइजर के उपयोग से लेकर लोगों को शारीारिक दूरी का भी पाठ बढ़ा रहे हैं। यह ऐसे युवा हैं जो बाहर रहकर पढ़ाई या नौकरी करते हैं लेकिन कोरोना काल में घर में हैं। युवाओं का यह प्रयास रंग ला रहा है। हालांकि मास्क और सैनिटाइजर के इस्तेमाल के साथ शारीरिक दूरी को लेकर प्रशासन भी अभियान चला रहा है जिसमें युवाओं का प्रयास काफी असर कर रहा है। स्थानीय स्तर पर की जा रही इस पहल से लोगों में बदलाव देखने को मिल रहा है। युवा वर्ग का कहना है कि लोग अब गंभीर हो गए हैं। संक्रमण से बचने के सावधानियां बरत रहे हैं। – लोगों की जरूरतें पूरी होनी जरूरी :बैंगलोर में काम करने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर आकाशदीप लॉकडाउन के बाद से अपने गृह जिले मुंगेर में रह रहे हैं। आकाशदीप बताते हैं कि कोविड-19 के दौर में काफी बदलाव हुए हैं। मध्य और गरीब तबके पर संक्रमण काल ने गहरा प्रभाव छोड़ा है। इस वक्त हमें उन अभिभावकों की बातें सुननी होगी जो अपने बच्चों को शिक्षा के अवसर न मिल पाने से फ़िक्रमंद हैं। कोरोना काल में भी हमे समाधान खोजना होगा, क्योंकि जीवन में कोरोना एक बड़ी चुनौती लेकर आया है। हालांकि लोगों में बड़ा बदलाव आया है और हर कोई अब जागुरकता की बात कर रहा है। संक्रमण से बचने को लेकर लोगों में सतर्कता देखी जा रही है। – युवाओं की अपील, बढ़ाए मदद के हाथ इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च, भोपाल से शोध कर रहे युवा अमित कुमार का लगाव शुरू से ही सामाजिक कार्यों में रहा है। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा लेने के दौरान वे सूबे के कई जिलों में भ्रमण कर चुके हैं। वे बताते हैं कि राज्य के युवाओं की प्रतिभा किसी से छुपी नहीं है। चाहे कृषि, शिक्षा, विज्ञान या अन्य क्षेत्र हो यहां के लोगों ने अपनी क्षमता का लोहा हर जगह मनवाया है। अब लॉकडाउन के बाद कई सारी समस्याएं आ गई हैं, हालांकि इससे भी हम जल्द उबर जाएंगे। इसके लिए सरकार और स्थानीय प्रशासन को मिलकर काम कर रही है। इससे सुधार भी तेजी से नजर आ रहा है। आम नागरिकों का समाज के साथ समन्वय भी देखने को मिल रहा है। अमित कहते हैं कि संक्रमण के शुरुआत में बचाव के उपाय और इसके प्रसार में युवाओं ने अहम भूमिका निभाई है। अब स्थिति धीर-धीरे सामान्य हो जाएगी। अनलॉक में लोग अपने काम पर सावधानी के साथ लौट रहे हैं। सुरक्षा के जो दिशा निर्देश मिले हैं उसपर अमल करते हुए लोगों को काम करने की अपील युवा वर्ग कर रहा है। – कोरोना काल में रोजगार के अवसर को लेकर भी कर रहे जागरुक कोरोना काल में रोजगार के अवसर को लेकर भी क्षेत्र के लोगों को युवा जागरुक कर रहे हैं। सरकारी की योजनाओं के साथ रोजगार के अन्य अवसरों के में उन्हें बताया जा रहा है। वह लोगों को स्वरोजगार शुरू करने के लिए केंद्र और राज्य सराकरें अनुदान के बारे में बता रहे हैं। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग की योजनाओं को बढ़ावा दिए जाने की भी बात बता रहे हैं।मनरेगा के तहत किसानों और मजदूरों को काम उपलब्ध कराए जाने की भी जानकारी दे रहे हैं। स्थिति सामान्य होने पर कामगारों को वापस काम पर बुलाने की भी जानकारी दी जा रही है। युवाओं का कहना है कि वह क्षेत्र में है तो अपने समय का लोगों को जागरुक कर उपयोग कर रहे हैं। उनका कहना है कि लोगों को जागरुक कर उन्हें न सिर्फ कोरोना के संक्रमण से बचाने का प्रयास किया जा रहा है बल्कि रोजगार को लेकर जानकरी देकर अन्हें जागरुक किया जा रहा है।