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Pulse polio drops given to children left in the campaign
राज्य

अभियान में छूटे बच्चों को पिलाया गया पल्स पोलियो का ड्रॉप

 – आंगनबाड़ी सेविका, आशा कार्यकर्ता और एएनएम ने घर-घर जाकर बच्चों को पिलाई पोलियो ड्रॉप- कोविड19 मानकों के तहत ‘नो टच’ नियम का किया गया पालन 

भागलपुर, 16 अक्टूबर 

पल्स पोलियो अभियान के तहत छूट गए बच्चों को शुक्रवार को पोलियो का ड्राप पिलाया गया. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घर-घर जाकर इन बच्चों को पोलियो का ड्राप पिलाया. इस दौरान कोविड19 मानकों का पालन किया गया. स्वास्थ्यकर्मियों ने बच्चे को बगैर छुए बगैर पोलियो की खुराक दी. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार चौधरी ने कहा कि 11 अक्टूबर से पोलियो अभियान चलाया गया था जो 15 अक्टूबर तक चला। अभियान के दौरान जिले के अधिकतर बच्चों को दवा की खुराक दे दी गई थी. जो कुछ बच्चे छूट गए थे, उनकी लिस्टिंग कर उन्हें शुक्रवार को पोलियो का ड्राप पिलाया गया. इस क्रम में आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका और एएनएम द्वारा घर-घर जाकर कोविड19 मानकों का पालन कराते हुये बच्चों को पोलियो का ड्रॉप पिलाया. ‘नो टच’ नियम का किया गया पालन: डॉ मनोज कुमार चौधरी ने कहा कि शुक्रवार को भी पहले की ही तरह ‘नो टच’ नियम का पालन किया गया. दरअसल, इस बार कोरोना काल में चल रहे अभियान के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों को बच्चों को छूने का निर्देश नहीं दिया गया था. उन्हें समझाया गया था कि जिस वक्त आप बच्चे को ड्रॉप पिलाएंगे उस दौरान बच्चे को उसकी मां अपनी गोद में रखेंगी. अगर बच्चा 5 साल का है तो वह भी स्वास्थ्यकर्मियों से दूरी बनाकर रहेगा. कोरोना को लेकर बरती गई सतर्कता: डॉ मनोज कुमार चौधरी ने कहा पोलियो ड्रॉप पिलाते वक्त एएनएम, आंगनबाड़ी सेविका और आशा कार्यकर्ताओं द्वारा कोविड अनुरूप व्यवहारों का पालन किया गया। सभी के द्वारा मास्क और ग्लव्स भी पहन कर ही बच्चों को ड्रॉप पिलाया गया. साथ में बच्चे के परिजन ने भी मास्क पहन रखे थे. जिन बच्चों के परिजन ने मास्क नहीं पहन रखे थे, उन्हें मास्क पहनने के लिए कहा गया. जब वह मास्क पहन कर आ गए, तब उनके बच्चों को पोलियो का ड्रॉप पिलाया गया. 11 से 15 अक्टूबर तक चला अभियान: जिले के 6 लाख से भी अधिक बच्चों का 11 से 15 अक्टूबर तक पल्स पोलियो अभियान के तहत खुराक दी गई. इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग ने व्यापक तैयारी कर रखी थी. आशा, एएनएम और सेविकाओं को पहले से ही प्रशिक्षण दिया जा चुका था. साथ ही जिला स्वास्थ्य समिति भी अभियान को लेकर काफी सजग था. कोरोना काल में इन उचित व्यवहारों का पालन भी जरूरी- – सार्वजनिक जगहों पर हमेशा फेसकवर या मास्क पहनें।- 2 गज की शारीरिक दूरी का पालन करें।- एल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का प्रयोग करें।- अपने हाथ को साबुन व पानी से लगातार धोएं।- आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।- छींकते या खांसते वक्त मुंह को रूमाल से ढकें।

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