Rain Alert: उत्तर भारत में कहर बनकर बरस रही बारिश, कई लोगों की मौत; दिल्ली में 41 साल का रिकॉर्ड टूटा
उत्तर भारत के कई राज्यों में बीते दो दिनों से हो रही बारिश से कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई है।
वहीं भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले कुछ और दिनों तक बारिश का अलर्ट जारी किया है। आईएमडी ने दिल्ली हरियाणा हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड राजस्थान पंजाब और जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। उत्तर भारत के कई राज्यों में बीते दो दिनों से हो रही बारिश से कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले कुछ और दिनों तक बारिश का अलर्ट जारी किया है।
दक्षिण भारत में भी बारिश जारी
इधर, दक्षिण भारतीय राज्य केरल और कर्नाटक के कई इलाकों में भी लगातार बारिश हो रही है। आईएमडी ने केरल के चार जिलों- कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड में येलो अलर्ट जारी किया है।
इधर, दक्षिण भारतीय राज्य केरल और कर्नाटक के कई इलाकों में भी लगातार बारिश हो रही है। आईएमडी ने केरल के चार जिलों- कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड में येलो अलर्ट जारी किया है।
हिमाचल में सड़कें बंद
इसके साथ ही मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के सात जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। हिमाचल में कई जगह भूस्खलन से सड़कें बंद हो गई है। वहीं, हरियाणा और पंजाब के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई। साथ ही चंडीगढ़ में पूरे दिन बारिश होती रही।
अलग-अलग घटनाओं में कई लोगों की मौत
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में एक 58 वर्षीय महिला की उसके फ्लैट की छत गिरने से मौत हो गई, जबकि राजस्थान में बारिश के कारण चार लोगों की मौत हो गई।उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में रविवार सुबह बारिश के कारण एक घर गिर पड़ा, जिसमें एक महिला और उसकी छह साल की बेटी की मौत हो गई।इसी तरह की एक घटना में हिमाचल प्रदेश के शिमला में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। साथ ही जम्मू-कश्मीर में शनिवार को पुंछ जिले में अचानक आई बाढ़ से सेना के दो जवानों की मौत हो गई।
दिल्ली में टूटा 41 साल का रिकॉर्ड
राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में जलभराव के कारण यातायात प्रभावित हो गया है। शहर में 24 घंटों में 153 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में सबसे अधिक है। इस बारिश ने 41 साल का रिकॉर्ड तोड़ा है।
दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में रविवार को भी भारी बारिश जारी रही। साथ ही गुरुग्राम के कई हिस्सों में भी जलभराव और बिजली कटौती की समस्या उत्पन्न हुई