शिवराज सिंह चौहान भोपाल में 2 घंटे का मौन व्रत रखा..
मप्र की चुनावी सरगर्मी के बीच मंत्री इमरती देवी को लेकर पूर्व सीएम कमलनाथ द्वारा दिए बयान के विरोध में सीएम शिवराज सिंह चौहान भोपाल में 2 घंटे का मौन व्रत रखा..बीजेपी के मौन धरना प्रदर्शन को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा किमुझे एक आश्चर्य की बात लगती है..मुझे नहीं पता कमलनाथ जी ने के संदर्भ में यह बात की, लेकिन यह नाटक-नौटंकी जो भाजपा कर रही है।।। उसकी क्या आवश्यकता है…मैं नहीं जानता , लेकिन ग्वालियर से 250 किलोमीटर दूर हाथरस में दलित युवती का बलात्कार हुआ, लेकिन भाजपा सरकार की पुलिस ने उसके दलित परिवार को उसके शव का दाह संस्कार भी करने नहीं दिया.तब उनका मौन किस परिपेक्ष में था, पता नहीं, एक शब्द भाजपा के किसी नेता का नहीं निकला,किसी क्रिकेटर की उंगली फ्रैक्चर हो जाती है तो नरेंद्र मोदी ट्वीट करते हैं, लेकिन उस दलित वाल्मीकि युवती के साथ बलात्कार हुआ,एफ आई आर दर्ज नहीं हुई ,उसे झूठा साबित करने के लिए फॉरेंसिक सैंपल एक हफ्ते बाद लिए गए..भाजपा के हाथरस के विधायक बलात्कारियों का समर्थन करते हैं, इस पर शिवराज क्यों चुप रहे, इस पर मध्य प्रदेश भाजपा और सिंधिया जी क्यों चुप रहे..यह नाटक, नौटंकी, मदारीपना करना छोड़ो..घबराई हुई भाजपा के समझ में आने लगा है कि पूरे प्रदेश की जनता कि कांग्रेस और कमलनाथ के पक्ष में लहर है।।। मैंने 77 का चुनाव देखा है, जनता पार्टी के प्रति लहर थी.. हमें गांव में घुसने नहीं देते थे..आज वही माहौल कांग्रेस और कमलनाथ के पक्ष में है..उस से घबराकर मामा घुटने टेक रहे हैं और प्रत्याशी लेट रहे हैं, लोट रहे हैं..
खंडवा में ज्योतिरादित्य सिंधिया की सभा में किसान की मौत के मामले में राजनीति शुरू हो गई है.. कांग्रेस नेबीजेपी पर असंवेदनशील होने का आरोप लगाया है..पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि ये असंवेदनशील की पराकाष्ठा है.. मैंने ट्वीट भी किया है, हमें सिंधिया जी से ये उम्मीद नहीं थी.. राजनीति अपनी जगह है लेकिन मानवता अपनी जगह है..जब मालूम पड़ गया कि उनकी सभा में आया हुआ जीवन सिंह किसान , जो उनकी सभा में भाषण सुनने आया था और उसका देहांत हो गया तो उसी वक्त सभा को स्थगित कर देना चाहिए था..और उस व्यक्ति के परिवार को सांत्वना देने के लिए सिंधिया जी को उसके घर जाना चाहिए था…लेकिन संगत का असर हो जाता है..