टीका लेने वाले भी कोरोना की गाइडलाइन का करें पालन
-अबतक जिनलोगों ने टीका नहीं लिया है, वे लोग जल्द से जल्द टीका लें-कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए सावधानी बरतना बहुत जरूरी
बांका, 11 जनवरी
कोरोना के नए मरीज फिर से मिलने लगे हैं। ऐसे में इससे बचने के लिए टीका लेना तो जरूरी है ही, साथ में कोरोना की गाइडलाइन का भी पालन करना जरूरी है। जिनलोगों ने अभी तक टीका नहीं लिया है, उन्हें तो सतर्क रहना ही होगा। साथ ही जिनलोगों ने टीका ले लिया है, वे भी सतर्क रहें। टीका लेने का यह फायदा जरूर है कि अगर कोरोना होगा भी तो उसका हल्का असर होगा और उससे आप आसानी से उबर जाएंगे। लेकिन लापरवाही कर कोरोना की गाइडलाइन का पालन नहीं करना और संक्रमित हो जाना किसी भी तरह से ठीक नहीं है।शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. सुनील कुमार चौधरी कहते हैं कि जब तक कि कोरोना पूरी तरह से समाप्त नहीं हो जाए, तब तक लोगों को सतर्कता बरतनी होगी। टीका नहीं लेने वाले और लेने वाले, दोनों तरह के लोग सतर्क रहें। टीका लेने वाले को कोरोना का ज्यादा असर नहीं होगा, लेकिन लापरवाही कर उसकी चपेट में आना भी कोई बुद्धिमानी का काम नहीं है। इसलिए कोरोना गाइडलाइन का पालन करें। घर से बाहर जाते वक्त मास्क लगाएं और सामाजिक दूरी का पालन करें। एक से दूसरे के बीच दो गज की दूरी बनाए रखें और बाहर से घर आने पर 20 सेकेंड तक हाथ की धुलाई करें।बेवजह घरों से नहीं निकलेः अब जब कोरोना के नए मामले फिर से आने लगे हैं तो सरकार ने सख्ती की है। बाजार के खुलने का समय निर्धारित की है। ऐसे में काम पड़ने पर बाजार या फिर कहीं और जाएं। वेवजह कहीं भी भीड़ नहीं लगाएं। ऐसा करना न सिर्फ आपके लिए घातक होगा, बल्कि इससे दुसरों को भी नुकसान हो सकता है। इसलिए कोरोना महामारी को लेकर लोगों को अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का अहसास होनी चाहिए और घरों से बेवजह नहीं निकलना चाहिए। अगर निकलें तो जरूरी तौर पर कोरोना की गाइडलाइन का पालन करें।कोई भी परेशानी होने पर डॉक्टर को दिखाएः इस दौरान अगर किसी भी व्यक्ति को कोई परेशानी होती है तो तत्काल डॉक्टर को दिखाना चाहिए। सर्दी, बुखार या फिर खांसी हो तो डॉक्टर को दिखाएं। घबराएं नहीं। डॉक्टर की सलाह के मुताबिक काम करें। डॉक्टर अगर जांच के लिए कहते हैं तो नजदीकी सरकारी अस्पताल में जाकर जरूर अपनी कोरोना जांच कराएं। जांच में अगर कोरोना की पुष्टि होती है तो डॉक्टर के कहे के मुताबिक दवा का सेवन करें। अगर कोरोना नहीं भी होता है तो डॉक्टर के अनुसार ही चलें। खुद डॉक्टर बनने की कोशिश नहीं करें।