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भौगोलिक दुश्वारियां को मात देकर स्वास्थ्य विभाग जला रहा परिवार नियोजन की अलख

केयर इंडिया की टीम परिवार नियोजन कार्यक्रम में कर रही है सहयोग
परिवार नियोजन को लेकर जिले में चल रहा है संचार अभियान कार्यक्रम

भागलपुर-

परिवार नियोजन को लेकर जिले में संचार अभियान 31 मार्च तक चलेगा. अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम ऐसी जगहों पर भी पहुंच रही है, जहां पर पहुंचना आमलोगों को थोड़ा मुश्किल है. नारायणपुर प्रखंड का अमरी बिशनपुर गांव गंगा के दक्षिणी छोर पर है, जबकि नारायणपुर प्रखंड गंगा के उत्तरी छोर पर स्थित है. ऐसे में उस गांव में स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाना कोई आसान काम नहीं है, लेकिन केयर इंडिया के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग की टीम ने नाथनगर प्रखंड होते हुए नाव के जरिए वहां पर पहुंचकर लोगों को परिवार नियोजन की जानकारी दी और इसके तहत मिलने वाली सुविधाओं को उपलब्ध करवाया.
बिशनपुर गांव में अंतरा कैंप लगाया गया
शुक्रवार को अमरी बिशनपुर गांव में अंतरा कैंप लगाया गया. कैंप में सेविका सहित 25 महिलाओं को अंतरा की सुई दी गई. मौके पर मौजूद नारायणपुर स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. अंकित कुमार ने बताया कि अंतरा इंजेक्शन लेने के बाद महिलाएं 3 महीने तक गर्भधारण को लेकर निश्चिंत रह सकती हैं. 3 महीने का समय जब पूरा हो जाए तब वह फिर से अंतरा इंजेक्शन लें या फिर कोई अन्य साधन का उपयोग कर सकती हैं. परिवार नियोजन को लेकर अंतरा का इंजेक्शन बहुत ही कारगर उपाय है. इससे किसी तरह का कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता है. सभी लाभुकों को सुई एएनएम ज्योति कुमारी और सुप्रिया मेहता ने दी. मौके पर केयर इंडिया के एफपीसी जितेंद्र कुमार सिंह, चित्रयुद्ध व संतोष कुमार मौजूद थे.

अस्थाई संसाधनों पर दिया जा रहा है जोर: मौके पर मौजूद केयर इंडिया के एफपीसी जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत लोगों को अस्थाई संसाधनों पर जोर देने की सलाह दी जाती है. लाभुकों को बताया जाता है कि यह बिल्कुल ही सुरक्षित साधन है. इससे किसी तरह का कोई नुकसान नहीं है. जगह-जगह पर कैंप के दौरान लोगों को कंडोम और गर्भनिरोधक दवा का वितरण भी किया जाता है.

एक बच्चे वाले दंपति की काउंसलिंग की गई: जितेंद्र कुमार ने बताया कि कैंप के दौरान क्षेत्र के एक बच्चे वाले दंपति की काउंसलिंग की गई. काउंसलिंग में एएनएम ने उन्हें दूसरे बच्चे के बीच 3 साल का अंतराल रखने को कहा. 3 साल का अंतराल रखने से जच्चा और बच्चा दोनों ही स्वस्थ रहता है. बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहती है, जिससे कि वह भविष्य में होने वाली बीमारियों से लड़ने में सक्षम रहता है.

जिलेभर में चल रहा है परिवार नियोजन कार्यक्रम: जितेंद्र कुमार ने बताया कि संचार अभियान के तहत जिलेभर में परिवार नियोजन कार्यक्रम चल रहा है. 31 मार्च तक लोगों को रैली निकालकर और ई-रिक्शा के जरिए परिवार नियोजन के प्रति जागरूक किया जा रहा है. इस दौरान लोगों को पहला बच्चा 20 वर्ष की उम्र के बाद और दूसरे बच्चे के बीच 3 साल का अंतराल रखने की महत्वपूर्ण सलाह दी जाती है

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