कर्नाटक में इस बार पड़े 72.67% वोट, चिक्काबल्लापुर में सबसे ज्यादा मतदान; किसके सिर सजेगा ताज?
224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को मतदान हुआ। वोटों की गिनती 13 मई को होगी। चुनाव आयोग ने कहा कर्नाटक के सभी 224 विधानसभा क्षेत्रों में काफी हद तक शांतिपूर्ण मतदान हुआ है और 58545 मतदान केंद्रों में से किसी में भी पुनर्मतदान के संकेत नहीं मिले हैं।
पीटीआई। कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के लिए बुधवार (10 मई) को वोट डाले गए। चुनाव आयोग के मुताबिक, इस बार चुनाव में 72.67 प्रतिशत वोट पड़े हैं, जो 2018 के विधानसभा चुनाव से कुछ ज्यादा हैं। कर्नाटक में 2018 के विधानसभा चुनावों में 72.44 प्रतिशत मतदान हुआ था। तमाम एग्जिट पोल ने भविष्यवाणी की है कि कांग्रेस को कर्नाटक में बढ़त मिल सकती है। वहीं, कुछ ने यह भी अनुमान लगाया है कि बीजेपी को अपने दम पर बहुमत मिल सकता है।
चिक्काबल्लापुर जिले में सबसे अधिक 85.83 प्रतिशत हुआ मतदान
चिक्काबल्लापुर जिले में सबसे अधिक 85.83 प्रतिशत मतदान हुआ, इसके बाद रामनगरम में 84.98 प्रतिशत मतदान हुआ। 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए बुधवार को हुए मतदान के लिए वोटों की गिनती 13 मई को होगी। चुनाव आयोग (ईसी) ने बुधवार को कहा, “कर्नाटक के सभी 224 विधानसभा क्षेत्रों में काफी हद तक शांतिपूर्ण मतदान हुआ है और 58,545 मतदान केंद्रों में से किसी में भी पुनर्मतदान के संकेत नहीं मिले हैं।”
38 साल पुराने ट्रेंड को तोड़ना चाह रही भाजपा
जहां भाजपा मोदी के रथ पर सवार होकर 38 साल पुराने चुनावी ट्रेंड को तोड़ना चाह रही है। वहीं, कांग्रेस मनोबल बढ़ाने वाली जीत की उम्मीद कर रही है, जिससे वह खुद को 2024 के लोकसभा चुनावों में मुख्य विपक्षी पार्टी के रूप में स्थापित कर सके। यह भी देखना दिलचस्प होगा कि त्रिशंकु जनादेश की स्थिति में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के नेतृत्व वाली जनता दल (सेक्युलर) सरकार बनाने की चाभी पकड़कर “किंगमेकर” या “किंग” के रूप में उभरेगी या नहीं, जैसा उसने अतीत में किया है। पंजाब और दिल्ली में सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (आप) ने भी इस चुनाव में उम्मीदवार उतारे हैं।