Krishna Janmashtami mathura Time & Date: 6 or 7 सितंबर, मथुरा में जन्माष्टमी किस दिन मनाई जाएगी? शुभ मुहुर्त
कृष्ण जन्माष्टमी हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल भादो माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में मध्यरात्रि 12 बजे मथुरा में भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था। इस साल रक्षाबंधन पर जिस तरह दो तिथियों को लेकर असमंजस रहा, उसी तरह कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर भी है। आइये जानते हैं कि मथुरा में कृष्ण जन्माष्टमी कब मनाई जाएगी।श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा और सदस्य गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी ने शनिवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के संबंध में प्रेस वार्ता कर जानकारी दी। कपिल शर्मा ने बताया कि कान्हा की पोशाक का नाम प्रज्ञान-प्रभास रखा गया है। चंद्रमा के अप्रियतम सौंदर्य में अठखेलियां कर भारतवर्ष के समृद्ध ज्ञान की परंपराओं के संवर्धन में लगे वैज्ञानिक यंत्र ”प्रज्ञान” के नाम अनुरूप ठाकुरजी की पोशाक का नाम ”प्रज्ञान-प्रभास” दिया गया है।
श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान का यह प्रयास भारत की सनातन परंपराओं के संवर्धन एवं नवीन अनुसंधान में लगे उन सभी वैज्ञानिकों का अभिनंदन कर सफलता की शुभकामना देना है। पांच पोशाक बनाई गई हैं, जिनमें राधा-कृष्ण की बड़ी पोशाक हेमंत मुकुट व उनके 30-35 कारीगरों द्वारा तैयार की जा रही है। इसमें कुछ काम बंगाल और कुछ दिल्ली में भी हुआ है।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी कार्यक्रम की समय सारिणी
1 . 7 सितंबर की रात्रि में श्रीकृष्ण जन्म महाभिषेक कार्यक्रम श्रीभागवत भवन मंदिर में होगा।
2. श्री गणपति एवं नवग्रह स्थापना- पूजन आदि रात्रि 11:00 बजे से।
3. सहस्त्रार्चन (कमल पुष्प एवं तुलसीदल से) रात्रि 11:55 बजे तक।
4. प्राकट्य दर्शन हेतु पट बंद रात्रि 11:59 बजे।
5 . प्राकट्य दर्शन/आरती रात्रि 12:00 बजे से 12:05 बजे तक।
6 . पयोधर महाभिषेक कामधेनु रात्रि 12:05 बजे से 12:20 बजे तक।
7. रजत कमल पुष्प में विराजमान ठाकुरजी का जन्म महाभिषेक रात्रि 12:20 बजे से 12:40 बजे तक।
8. शृंगार आरती रात्रि 12:40 बजे से 12:50 बजे तक।
9. शयन आरती रात्रि 1:25 बजे से 1:30 बजे तक।