जिला पर्यावरण समिति, सहरसा की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण संगठन के सहायक अभियंता, जिला खनन पदाधिकारी उपस्थित थे।
आज जिला पदाधिकारी, सहरसा की अध्यक्षता में जिला स्तरीय टास्क बल, एकल प्लास्टिक उपयोग, जिला गंगा समिति, सहरसा तथा जिला पर्यावरण समिति, सहरसा की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी, सदर सहरसा, अनुमंडल पदाधिकारी सिमरी बख्तियारपुर, सिविल सर्जन, सहरसा, जिला वन पदाधिकारी, सहरसा, जिला नगर निगम के कार्यपालक अभियंता, नगर परिषद सिमरी बख्तियारपुर के कार्यपालक पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, डी.पी.ओ. आई.सी.डी.एस., सहरसा, जिला शिक्षा पदाधिकारी, सहरसा, कार्यपालक अभियंता भवन निर्माण, सहरसा, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण संगठन के सहायक अभियंता, जिला खनन पदाधिकारी उपस्थित थे। कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद सिमरी बख्तियारपुर द्वारा बताया गया कि पिछले महिने 30 छापेमारी दुकानों में की गई जिसमें 10 दुकानों में एक प्लास्टिक पाया गया। सभी पर जुर्माना लगाते हुए तीन हजार रूपये की राशि वसूल की गई। जिला पदाधिकारी द्वारा आज से हीं शहरी क्षेत्रों में और भी छापामारी खासकर बड़े दुकानदारों के यहां करने का निर्देश दिया गया। अनुमंडल पदाधिकारी सदर सहरसा द्वारा नगर निगम सहरसा को फोर्स उपलब्ध कराते हुए आज शाम छापामारी कर प्लास्टिक थैला पाये जाने पर जुर्माना वसूल करने का निर्देश दिया गया। नवहट्टा, बनगांव, सौर बाजार, सोनवर्षा में भी छापामारी कर जुर्माना वसूलने का निर्देश दिया गया। सभी स्टाॅक होल्डर्स को अपने-अपने स्तर से एकल सिंग्लस प्लास्टिक के व्यवहार को रोकने हेतु प्रचार-प्रसार करने का निदेश दिा गया। आगामी बैठक में जीविका को भी बुलाने का निदेश दिया गया। आई.सी.डी.एस. को पर्यवेक्षिका, सेविका सहायिका के माध्यम से अपने-अपने पोषक क्षेत्रों में सिंग्लस प्लास्टिक यूज को रोकने हेतु लागों को जागरूक करने का निदेश दिया गया। जिला शिक्षा पदाधिकारी को सभी स्कूल के बच्चों को सिंग्लस प्लास्टिक यूज से होने वाली हानि के विषय में जागरूक करने का निदेश दिया गया। इसके अलावे लोहिया स्वच्छ अभियान के तहत इनके समन्वयक का लोगों को जागरूक करने हेतु यथोचित कारवाई यथा मशाल जूलुस, साइकिल रैली एवं अन्य माध्यमों से लोगों को जागरूक करने का निदेश दिया गया। साथ हीं सिविल सर्जन, सहरसा को भी आशा के माध्यम से अपने-अपने क्षेत्र में सिंग्लस प्लास्टिक के व्यवहार को बन्द करने हेतु जागरूक करने हेतु निदेश दिया गया। जिला पदाधिकारी द्वारा पंचायत, प्रखंड एवं जिला स्तर पर सभी विभागों के प्रधान द्वारा सिंग्लस प्लास्टिक व्यवहार को बन्द करने हेतु जागरूक करने का निदेश दिया गया। लघु सिंचाई, भवन, खनन विभाग को सिंग्लस प्लास्टिक व्यवहार को बन्द करने हेतु अपने स्तर से जागरूकता अभियान चलाने का निदेश दिय गया। इसके अलावे स्कूलों में वाद-विवाद, निबंधन, चित्रांकन प्रतियोगिता के द्वारा बच्चों में सिंग्लस प्लास्टिक व्यवहार को बन्द करने हेतु जागरूक करने का निदेश दिया गया। जिला गंगा समिति के अन्तर्गत वन प्रमंडल पदाधिकारी, सहरसा द्वारा जानकारी दी गई कि सभी हितकारी विभागों के समन्वय से स्वीकृत योजनाओं के सुत्रण एवं प्रभावकारी कार्यान्वयन से हीं गंगा नदी की सहायक नदी कोशी को संरक्षित तथा प्रदूषण मुक्त करने हेतु बड़ी संख्या में वृक्षारोपण करने के बारे में जानकारी दी गई। नगर निगम, नगर परिषद, नगर पंचायत अन्तर्गत खुले में शौच को रोकने, नदियों के किनारे शव जलाने तथा अद्यजले कचड़े को नदी में प्रवाह करने एवं शहर के नाले-नालियों से गंदे एवं प्रदूषित पानी को नदी में गिरने से बचाने के लिए प्रभावकारी कदम उठाये जाने हेतु आवश्यक कारवाई करने का निर्देश दिया गया। जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि इस जिले में जैविक खेती का लक्ष्य नहीं है। जिला वन पदाधिकारी, सहरसा द्वारा बताया गया कि नदी के किनारे के प्रखंडों यथा-महिषी, नवहट्टा, सलखुआ, बनमा ईटहरी के पंचायतों के किसानों को प्रति हेक्टेयर 150 पौधा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिय गया। जिला कृषि पदाधिकारी उन क्षेत्रों में किसान सलाहकार, कृषि समन्वयक के माध्यम से किसानों को उपलब्ध करा दिया जायेगा, आश्वासन दिया गया। जिला पदाधिकारी द्वारा पर्यावरण को विभिन्न प्रदूषण से बचाने के लिए जिला पर्यावरण समिति को कारगर तरीके से कार्य करना होगा। पर्यावरण से संबंधित सभी स्टेकहोल्डर द्वारा स्वच्छता पखवाड़ा चलाने का निदेश दिया गया। विशेषकर लोहिया स्वच्छ अभियान एवं नगर निगम, नगर परिषद को स्वक्ष्छता पखवाड़ा चलाने हेतु निदेश दिया गया।