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वाल्मीकिनगर वीटीआर में एक बाघ एवं एक तेंदुए की संदिग्ध परिस्थिति में मौत। mobile news 24

वाल्मीकिनगर वीटीआर में एक बाघ एवं एक तेंदुए की संदिग्ध परिस्थिति में मौत।

जांच के लिए टीम का किया गया गठन : सीएफ नेशामण पोस्मार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों का चलेगा पता।

वीटीआर में एक रायल बंगाल टाइगर एवं एक तेंदुए की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई है। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बाघ की मौत रमपुरवा गांव के समीप गन्ने के खेत में हुई है। वहीं तेंदुए की मौत एम 26 धनैया रेता में हुई है।
इंडो-नेपाल सीमा पर स्थित बिहार के इकलौते वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में गन्ने के खेत में बाघ की संदिग्ध परिस्थिति में मौत ने वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में व्यवस्था और वन विभाग की कार्यशैली पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बताते चलें कि वीटीआर में बाघ की असमय मौत ने वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के होश उड़ गए है। बाघ की संदिग्ध हालात में मौत से अटकलो का बाजार गर्म है।

 

घटना की सूचना पर सीएफ नेशामणी घटना स्थल पर पहुंच कर मृत बाघ एवं तेंदुए के शव को अपने कब्जे में लेकर मामले की जांच में जुट गए है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही बाघ की मृत्यु के सही कारणों का खुलासा हो सकेगा।
बाघ की मौत कैसे और किस कारण हुई है इसका स्पष्ट खुलासा नहीं हो पाया है। ग्रामीणो ने इस घटना की जानकारी वन क्षेत्र कार्यालय को दी । सीएफ ने बताया कि बाघ एवं तेंदुए की मौत कैसे और किस हालत में हुआ है।जांच के लिए टीम का गठन किया गया है। टीम जांच कर रिपोर्ट देगी। बाघ के अवशेष को जांच के लिए पटना बरेली, एवं देहरादून प्रयोगशाला में भेजा जाएगा।
टाइगर रिजर्व प्रशासन की ओर से इनके रख रखाव के लिए कई प्रोजेक्ट बनाये गये। लेकिन फिर एक के बाद एक हो रही उनकी मौत ने कई प्रश्न चिन्ह को खड़ा कर दिया है। बाघ का अंतिम संस्कार कोतरांहा वन कार्यालय परिसर में किया जाएगा।

संवादता । चन्दन कुमार

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