बाहर कम निकलें

घर से बाहर अगर निकलते हैं तो धूल के करण आपकी सांस के जरिए फेफड़ों तक पहुंच सकते हैं। इसलिए कोशिश करें कि घर से ही काम कर लें और अगर ऑफिस जाते हैं, तो ऑफिस से भी बार-बार बाहर न निकलें।

मास्क पहनें

अगर आप बाहर निकल रहे हैं, तो अपने मुंह और नाक का ढकना न भूलें। कपड़े का मास्क आपको कुछ हद तक सुरक्षित रख सकता है, लेकिन n95 मास्क आपके श्वसन स्वास्थ्य को धूल, धुएं, धुंध, एरोसोल और धुएं के कणों से बेहतर तरीके से बचा सकता है। यह आपको नजदीक की किसी भी फारमसी पर मिल जाएगा।

बाहर एक्सरसाइज न करें

अगर आप रोजाना घर से बाहर वर्कआउट करने निकलते हैं, तो आज न जाना ही बेहतर है। हवा में धूल के कण आपके फेफड़ों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं। साथ ही एक्सरसाइज करते वक्त आप नाक की जगह अपने मुंह से सांस लेते हैं, जिससे प्रदूषण ज्यादा मात्रा में शरीर में चला जाता है। साथ ही इंटेंस वर्कआउट भी न करें खासतौर पर अगर आप अस्थमा, डायबिटीज या सांस से जुड़ी दूसरी तकलीफों के शिकार हैं।

घर पर एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें

घर के अंदर रहना खुद को बचाने का बेस्ट तरीका है, लेकिन बाहर मौजूद खराब हवा आपके घर की हवा को भी दूषित करती है। घर के अंदर एयर प्यूरीफायर लगाएं, ताकि घर में धूल और डस्क न जमा हो। घर की खिड़कियों और दरवाजों को भी बंद रखें।

अपने हाथों और आंखों को धोते रहें

अगर आपके इलाके में ज्यादा धूल है, तो वह आपके हाथों, आसपास की सतह को भी गंदा करेगी और साथ ही आंखों में जाकर इरिटेशन पैदा करेगी। स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों से बचे रहने के लिए हाथों और आंखों को दिन में कई बार धोएं। घर की सतहों को गीले कपड़े से साफ करें।