Deprecated: Function WP_Dependencies->add_data() was called with an argument that is deprecated since version 6.9.0! IE conditional comments are ignored by all supported browsers. in /home/u709339482/domains/mobilenews24.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6131
राज्य

मायागंज अस्पताल में इंडोर सेवा का आगाज, काफी संख्या में पहुंचे मरीज

पहले दिन बड़ी संख्या में इलाज कराने के लिए पहुंचे सामान्य रोग के मरीज

कोरोना के मरीजों का अस्पताल स्थित आइसोलेशन वार्ड में चल रहा है इलाज

भागलपुर, 7 अक्टूबर

मायागंज अस्पताल में 6 महीने के बाद बुधवार से सामान्य मरीजों का इलाज फिर से शुरू हो गया. मेडिसिन विभाग में पहले दिन सैकड़ों की संख्या में इलाज कराने के लिए मरीज पहुंचे थे. सभी का बेहतर तरीके से इलाज किया गया. मालूम हो कि 5 अप्रैल को मायागंज अस्पताल को कोरोना अस्पताल में तब्दील कर देने के बाद यहां पर सामान्य मरीजों का इलाज नहीं हो रहा था. सिर्फ कोरोना मरीजों का ही यहां पर इलाज हो रहा था, लेकिन कोरोना के मरीजों की संख्या जैसे ही घटने लगी और सरकार से अनुमति मिली तो एक बार फिर से यहां पर सामान्य मरीजों का इलाज शुरू कर दिया गया.

अस्पताल अधीक्षक डॉ. अशोक कुमार भगत ने बताया अब पहले की ही तरह यहां पर सामान्य मरीजों का इलाज हो रहा है. अस्पताल में 700 बेड हैं जिसमें से 600 बेड सामान्य मरीजों के लिए है, जबकि एक सौ बेड पर कोरोना के मरीजों का इलाज होगा. मेडिसिन विभाग में डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों की ड्यूटी लगा दी गई है. इसे लेकर 7 दिनों का रोस्टर तैयार किया गया है.

12 से शुरू होगी ओपीडी सेवा: अस्पताल अधीक्षक डॉ. अशोक कुमार भगत ने बताया इंडोर सेवा शुरू होने के बाद अब ओपीडी सेवा भी 12 अक्टूबर से शुरू कर दी जाएगी. इसे लेकर तैयारी चल रही है. साथ ही मायागंज अस्पताल में सामान्य मरीजों के लिए होने वाले सभी तरह की जांच भी जल्द ही शुरू हो जाएगी. यहां इलाज कराने आने वाले मरीजों को ईसीजी या ईको जैसे टेस्ट कराने के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा.

3 दिनों तक कराया गया है सेनिटाइज: डॉ अशोक कुमार भगत ने बताया मेडिसिन विभाग को पिछले 3 दिनों तक सेनिटाइज कराया गया है. आगे भी सुबह और शाम सेनिटाइज कराने की तैयारी है. मरीजों को और उसके परिजनों को मेडिसिन विभाग में आते वक्त सेनिटाइज करवाया जाता है. साथ ही यह भी ध्यान रखा जाता है कि मरीज या उसके परिजन मास्क या ग्लव्स पहने हैं या नहीं. साथ ही अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मी भी मास्क पहने रहते हैं. समय-समय पर हाथ को भी सेनिटाइज करते रहते हैं.

5 अक्टूबर को मिला था निर्देश: स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने प्रदेश के सभी सरकारी अस्पताल जिसे कि कोरोना अस्पताल में तब्दील किया गया था उसमें इंडोर सेवा शुरू करने का आदेश दिया था. मायागंज अस्पताल कोरोना अस्पताल में तब्दील हुआ था इस वजह से यहां भी इंडोर सेवा फिर से शुरू की गई है.

आसपास के जिलों समेत झारखंड से भी आते हैं मरीज: मायागंज अस्पताल में इलाज कराने के लिए पूर्व बिहार और कोसी-सीमांचल समेत झारखंड के गोड्डा, साहिबगंज और पाकुड़ जिले से भी मरीज इलाज कराने के लिए यहां आते हैं. अस्पताल में इंडोर सेवा शुरू होने से उन लोगों को बड़ी राहत मिली है. साथ ही यहां के गंभीर मरीजों को अब इलाज कराने के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा. मायागंज अस्पताल में जब से इंडोर सेवा बंद थी गंभीर मरीजों को इलाज कराने के लिए पटना या फिर निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ता था, लेकिन अब मायागंज अस्पताल में इंदौर सेवा शुरू हो जाने से उन्हें इस मशक्कत से छुटकारा मिल जाएगा.

कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए ऐसे रहें सतर्क
 व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.
 बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.
 साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
 छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढंके.
 उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके.
 घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
 बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें.
 आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.
 मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें
 किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों
 कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें
 बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *