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मूसेवाला के मर्डर में था शामिल ;NIA के हत्थे चढ़ा लॉरेंस बिश्नोई का खास विक्रम बराड़

NIA के हत्थे चढ़ा लॉरेंस बिश्नोई का खास विक्रम बराड़, विक्रम बराड़ को UAE से किया गिरफ्तार

आतंकी-गैंगस्टर-तस्कर सांठगांठ मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के प्रमुख सहयोगी विक्रमजीत सिंह उर्फ ​​​​विक्रम बराड़ (Vikram Brar) को गिरफ्तार कर लिया है। एनआईए ने विक्रम बराड़ को संयुक्त अरब अमीरात से गिरफ्तार किया। इसके बाद उसे भारत लाया गया।

बता दें कि विक्रम बराड़ मशहूर पंजाबी गायक शुभदीप सिंह उर्फ ​​सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल था। NIA की एक विशेष टीम उसे गिरफ्तार करने UAE गई थी। वहां उसे गिरफ्तार कर भारत लाया गया।

11 मामलों में वांछित था विक्रम बराड़

विक्रम बराड़ खतरनाक गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की मदद से भारत में हथियारों की तस्करी और जबरन वसूली के मामलों में शामिल था। उसके गोल्डी बराड़ के साथ भी लिंक हैं। बराड़ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के साथ-साथ शस्त्र अधिनियम के तहत हत्या, हत्या के प्रयास और जबरन वसूली के कम से कम 11 मामलों में वांछित था।

एनआईए ने कहा कि पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली सहित विभिन्न राज्य पुलिस के अनुरोध पर विक्रम बराड़ के खिलाफ 11 लुक आउट नोटिस जारी किए गए थे। एनआईए ने कहा कि विक्रम बराड़ लॉरेंस और गोल्डी बराड़ के इशारों पर काम करता था। वह उनके निर्देशों पर ‘जबरन वसूली कॉल’ भी करता था।

मूसेवाला मर्डर केस में शामिल था विक्रम बराड़

एनआईए की जांच के मुताबिक, विक्रम बराड़ ने मूसेवाला की हत्या को अंजाम देने में गोल्डी बराड़ की मदद की थी। एजेंसी ने कहा, “लॉरेंस बिश्नोई ने हवाला चैनलों के माध्यम से बराड़ को कई बार उगाही की रकम भी भेजी थी। बराड़ ने कुरुक्षेत्र (हरियाणा) में एक डॉक्टर से जबरन वसूली की मांग की थी और उसे धमकी भी दी थी।”

एनआईए ने कहा कि बिश्नोई का करीबी सहयोगी बनने से पहले बराड़ पंजाब यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी (एसओपीयू) से जुड़ा थे। एनआईए ने कहा कि अन्य सहयोगियों के साथ बराड़ ने हत्या, हत्या के प्रयास और जबरन वसूली जैसे विभिन्न अपराधों में सक्रिय रूप से भाग लिया।

इन राज्यों में फैला है बराड़ का नेटवर्क

एनआईए ने बताया कि विक्रम बराड़ राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में लक्षित हत्याओं, जबरन वसूली में लॉरेंस बिश्नोई गैंग को सहायता और सुविधा प्रदान कर रहा था। वह गिरोह के सदस्यों को रसद सहायता भी प्रदान कर रहा था।

बता दें कि एनआईए ने आतंकी-गैंगस्टर साजिश मामले में अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार किया है। एनआईए ने कहा, “आतंकवादियों, गैंगस्टरों और ड्रग तस्करों के बीच बढ़ती सांठगांठ को नष्ट करने और फंडिंग चैनलों सहित उनके बुनियादी ढांचे को खत्म करने के लिए एनआईए लगातार प्रयास कर रही है।”

 

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