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कंधार प्लेन हाइजैक : 1999 में आज ही के दिन आतंकियों ने हाइजैक कर लिया था इंडियन एयरलाइंस का विमान

आज 24 दिसंबर है.  आज ही के दिन 1999 में 21 साल पहले इंडियन एयरलाइंस के विमान हाईजैक मामले ने दुनिया को हिला दिया था. उस समय भारत में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी. इस विमान हाईजैक को कंधार कांड या कंधार प्लेन हाईजैक भी कहा जाता है. 24 दिसंबर को 1999 को आतंकियों ने इंडियन एयरलाइंस के विमान IC-814 का अपहरण उस वक्‍त कर लिया था जब वो नेपाल के काठमांडू के त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट से नई दिल्‍ली की उड़ान पर था. इसमें हरकत उल मुजाहिद्दीन के आतंकियों का हाथ था. अपहरण के समय इस विमान में 176 पैसेंजर समेत क्रू के कुल 15 सदस्‍य भी थे. दरअसल, ये घटना ऐसे समय में हुई थी जब पूरी दुनिया क्रिसमस के जश्‍न की अंतिम तैयारियों जुटी थी और विमान हाईजैक की खबर ने भारतीयों की खुशियों पर पानी फेर दिया था.

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इस खबर के सामने आने के बाद देशवासी इंडियन एयरलाइंस के विमान IC-814 में सवार यात्रियों को सकुशल वापस आने का इंतजार कर रहे थे, जिससे उस समय की तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी सरकार पर इस विमान में सवार यात्रियों को लाने की दवाब भी बढ़ता जा रहा हैं. वहीं आतंकी विमान को पहले पाकिस्‍तान लेकर गए और अंत में इस विमान को कंधार एयरपोर्ट पर उतारा गया. इस बीच दुबई में आतंकियों ने 27 यात्रियों को उतार दिया था और इन आतंकियों रूपिन कात्याल नाम के एक यात्री की हत्‍या भी कर दी थी. 25 साल के रूपन कात्याल की उसी वक्त शादी हुई थी और वो अपनी पत्नी के साथ हनीमून पर गए थे. आतंकियों ने उन्हें चाकुओं से गोदकर मार दिया था.

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इसके बाद उस समय की तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी  सरकार ने आतंकियों से बातचीत शुरू की थी और इन आतंकियों की मांग के अनुरूप भारत सरकार को तीन आतंकियों  मसूद अजहर, उमर शेख और मुश्ताक अहमद को रिहा करना पड़ा था. आपको बता दे कि ये सभी आतंकी आज पाकिस्‍तान में मौजूद हैं पर पाकिस्तान ने आज तक इन पर कोई कार्रवाई नहीं की जो पाकिस्तान द्वारा आंतंकियों को पालने पोषणों और उन्हें बढ़ावा देने की हकीकत को उजागर करता है. वहीं 31 दिसंबर को इस विमान के अन्‍य यात्री भारत वापस पहुंचे थे जिसके बाद देशवासियों ने और उस समय की अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने चैन की सांस ली थी.  

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