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घर में पोषण वाटिका बनाकर कुपोषण को करें दूर

कृषि विज्ञान केंद्र में सेविकाओं को किया गया प्रशिक्षित

पोषण माह को लेकर जिले भर में चल रहा है अभियान

बांका, 24 सितंबर

सितंबर महीने को पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है. इसे लेकर जिले भर में तमाम तरह के कार्यक्रम चल रहे हैं. इसी सिलसिले में गुरुवार को कृषि विज्ञान केंद्र में सेविकाओं को घर में पोषण वाटिका बनाने को लेकर प्रशिक्षित किया गया. प्रशिक्षण के बाद सेविका घर-घर जाकर लोगों को पोषण वाटिका बनाने के लिए जागरूक करेंगी.

प्रशिक्षण के दौरान मौजूद आईसीडीएस की डीपीओ रिफत अंसारी ने बताया सही पोषण से ही कुपोषण को खत्म किया जा सकता है. इसके लिए घर में पोषण वाटिका बनाना बहुत महत्वपूर्ण है. घर में पोषण वाटिका रहने से लोगों को बिना बाहरी रसायन वाले साग सब्जी खाने को मिलेंगे, जिससे लोग स्वस्थ रहेंगे और कुपोषण भी खत्म होगा. इसी सिलसिले में जिलेभर की सेविकाओं को कृषि विज्ञान केंद्र में प्रशिक्षित किया गया.

घर में मौजूद खाली प्लास्टिक में मिट्टी डालकर उगाए सब्जी: प्रशिक्षण के दौरान कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉक्टर मुनेश्वर प्रसाद ने जिलेभर की सेविकाओं को बताया कि घर-घर जाकर लोगों को घर में खाली पड़े प्लास्टिक में मिट्टी डालकर लौकी, करेली भिंडी आदि सब्जी लगाने के लिए प्रेरित करें. इन सब्जियों में किसी भी तरह का रसायनिक खाद का प्रयोग नहीं करने के लिए कहें. इससे तैयार हरी सब्जियों के सेवन से किसी भी तरह का साइड इफेक्ट नहीं होगा और लोगों को पूरी तरह से विटामिन से भरपूर सब्जियां खाने को मिलेंगे.

एनीमिया की भी समस्या होगी दूर: प्रशिक्षण के दौरान कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर मुनेश्वर प्रसाद ने सेविकाओं को बताया खाद रहित सब्जियों के सेवन से शरीर को भरपूर विटामिन मिलता है. गर्भवती और धात्री महिलाएं अगर ऐसी सब्जियों का सेवन करती हैं तो उनमें एनीमिया की समस्या भी दूर होगी. साथ ही बच्चे भी स्वस्थ होंगे. महिलाएं स्वस्थ रहेंगी तो वह अपने बच्चे को भी नियमित तरीके से स्तनपान करा पाएंगी. इससे बच्चे भी कुपोषित नहीं होंगे.

घर-घर जाकर सेविका पोषण वाटिका बनाने के लिए करेंगी प्रेरित: प्रशिक्षण में मौजूद सेविका मुन्नी कुमारी और मंजुला कुमारी ने बताया “वैज्ञानिकों ने हमलोगों को घर में पोषण वाटिका कैसे बनाया जाता है, इसके बारे में बताया. घर में पोषण वाटिका बनने से क्या फायदा होता है, इस बात को हमलोगों ने समझा. अब हमलोग घर-घर जाकर लोगों को इसके लिए प्रेरित करेंगे.” कार्यक्रम में मौजूद आईसीडीएस के जिला समन्वयक शम्स तबरेज ने बताया कि सभी सेविका कल से घर-घर जाएंगी और लोगों को पोषण वाटिका बनाने के तरीके बताएंगे. इससे होने वाले फायदे की जानकारी भी लोगों को देंगी.

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